(बैतूल) तीन नगरीय निकायों में महज 57 प्रतिशत मतदान , - "उजडते - सारनी" में राजनीति से मोह भंग का असर कम मतदान के रूप में आया सामने
बैतूल(हेडलाईन)/नवल-वर्मा । तीन नगरीय निकाय में मंगलवार को मतदान हुआ । इस मतदान में सबसे बड़ी नगरपालिका सारनी में महज 50 प्रतिशत मतदान होना चौंकाने वाला है। लोगों का कहना है कि कम मतदान होने का कारण सारनी क्षेत्र में चल रहे "उजड़ते-सारनी" का कैम्पन है। इस कैम्पन की वजह से लोगों का राजनीति और राजनेताओं से मोह भंग हो रहा है। लोगों को लगता है कि झूठे वादे और आश्वासन के अलावा उनके हाथ कुछ नहीं आ रहा है और रोजगार के साधन खत्म हो रहे हैं तथा लोगों का पलायन हो रहा है। इधर आठनेर में अधिक मतदान की वजह कांग्रेस के लिए निलय डागा के अलावा सुखदेव पांसे और हेमंत वागद्रे तथा भाजपा से हेमंत खण्डेलवाल का सीधे चुनावी मुकाबले में मैदान में उतरना है। इन दिग्गजों ने राजनैतिक माहौल ऐसा बना दिया था कि मतदाता घर से निकलकर आए और मतदान किया भले ही ऊंट किसी भी करवट बैठे। वहीं चिचोली में सबकी नजर इस बात पर लगी है कि मालवीय परिवार का मैनेजमेंट और जादू इस बार कितना असरदार रहता है। तीनों नगरीय निकाय के चुनाव परिणाम पर राजनीति करने वालों की बारीक नजर है।
- चिचोली में 87 फीसदी मतदान से भाजपाईयों की उम्मीद बढ़ी...
जिस तरह से चिचोली में मतदान हुआ है उससे भाजपाईयों को लग रहा है कि उनके लिए बेहतर अवसर है। वैसे यह माना जाता है कि वहां पर मालवीय परिवार का कोई तोड़ नहीं है और पूरा चुनाव उनके कंट्रोल में रहा ? इसलिए भाजपा के लिए बेहतर अवसर है! वहीं यहां पर कांग्रेसियों में आपसी फूट भी उनके लिए अवसर पैदा करती है, लेकिन कांग्रेसियों का मानना है कि उनके लिए इस बार सबसे बेहतर अवसर है। क्योंकि आम लोगों में मालवीय परिवार की छवि और लगातार काबिज रहने से एंटी इनकमबेसी का असर देखा जा रहा है। लोग बदलाव मूड में है। इसलिए कुछ भी हो सकता है।
- 78 फीसदी मतदान के साथ आठनेर में कांटे का है मुकाबला...
इधर आठनेर नगर पंचायत में बढिय़ा मतदान हुआ है। मतदान अधिक होने से अब यह नहीं कहा जा सकता कि ऊंट किस करवट बैठेगा। वैसे यहां के चुनाव में कांग्रेस ने भी अपनी पूरी ताकत झोंकी है। पूर्व मंत्री सुखदेव पांसे ने भी मतदाताओं को स्पष्ट मैसेज दिया था और कार्यवाहक अध्यक्ष हेमंत वागद्रे भी खासे सक्रिय रहे। वहीं विधायक निलय डागा ने भी अपनी तरफ से कोई कोर कसर बाकी नहीं रखी है। साथ ही वार्ड पार्षद के उम्मीदवार देखे जाए तो कुछ वार्डो में कांग्रेस के पास बेहद मजबूत उम्मीदवार है तथा रीता झोड़ के अध्यक्ष बनने की संभावना को देखते हुए समाज विशेष का रूझान भी निर्णय करेगा।
- महज आधे मतदाता ही सामने आए मतदान करने, भाजपा में हड़ककम्प ...
जिले की सबसे बड़ी नगर पालिका के 36 वार्ड में 69522 मतदाता का आंकड़ा इस चुनाव में जारी हुआ है। 2017के चुनाव में यह आंकड़ा करीब 83000 था इस दौरान 62 प्रतिशत मतदान हुआ था। इन बीते 5 सालों में साढ़े 13 हजार मतदाता कम हो गए। 2022 के चुनाव में 50.17 प्रतिशत मतदान हुआ है। मतदान का प्रतिशत यह दिखाता है कि सारनी से लोगों का रोजगार के लिए बहुत तेजी से पलायन कर रहे है। मतदाता का कम होना और मतदाता सूची में अनावश्यक रूप से नाम जुड़े हुए है। इनमें से भी कई ऐसे मतदाता है जो परिवार सहित रोजगार की तलाश में सारनी से बाहर काम करने गए हुए हैं। जिसके चलते मतदान कम होना बताया जा रहा है जबकि हकीकत यह है कि मतदाता सूची में कई लोगों के नाम आज भी जुड़े हुए है। एसडीएम रिटर्निंग ऑफिसर अनिल सोनी ने बताया कि 3:00 बजे तक 43 प्रतिशत मतदान हो चुका था। शाम 5:00 बजे तक हुए मतदान का प्रतिशत 50.17 तक जा पहुंचा है। उन्होंने बताया कि 40 क्रिटिकल और 35 सामान्य मतदान केंद्र थे इन केंद्रों पर चुनाव की टीम पूरी तरह से निगरानी बनाए हुए थी। पुलिस विभाग की टीम ने 1 से 36 वार्ड में मतदान शांतिपूर्ण संपन्न करवाया। इधर जिला पुलिस अधीक्षक सिमाला प्रसाद भी नगर पालिका क्षेत्र के मतदान केंद्रों के आसपास पेट्रोलिंग कर लोगों को मतदान केंद्रों से दूरी बनाने के निर्देश दिए थे।
नवल-वर्मा-हेडलाईन-बैतूल 28 सितम्बर 2022