(बैतूल) हेमंत खण्डेलवाल और बबला की जोड़ी बैतूल को कांग्रेस मुक्त बनाने में हो रही सफल ,
- सुखदेव ने संभाला मोर्चा तो आठनेर में 5 और सारनी में 10 जीत भी गए वरना टिकिट ऐसी बांटी थी कि एक के भी नहीं थे चांस..! , 
- अगर सारनी में प्रभारी सुजीत जैन खुद कमान नहीं संभालते तो विधायक और समर्थकों को रोने को बनिहार नहीं मिलते
बैतूल(हेडलाईन)/नवल-वर्मा । तीन नगरीय निकाय के चुनाव में एक बार फिर साबित हो गया कि हेमंत खण्डेलवाल और बबला शुक्ला की रणनीति का कोई तोड़ कांग्रेस के पास नहीं है। तीनों नगरीय निकाय में कांग्रेस चारों खाने चित्त हो गई। इसकी बड़ी वजह कांग्रेसी ही यह मानने है कि जो टिकट वितरण किया गया वह इतना घटिया स्तर का था कि एक तरफा बिना सबको भरोसे में लिए टिकट बांट दी गई। इसी का नतीजा है कि इस तरह के परिणाम सामने आ रहे हैं। जो गलती अभी हाल में हुए नगरीय निकायों के चुनावों में की गई थी वही गलती इस बार भी दोहराई गई और टिकिट मनमाने तरीके से बांट दी गई। गनीमत यह रही कि सारनी और आठनेर क्षेत्र में पूर्व मंत्री सुखदेव पांसे ने कार्यवाहक अध्यक्ष हेमंत वागद्रे के साथ मोर्चा संभाल लिया था इसलिए लाज बच गई। वरना आठनेर में तो कहा जा रहा था कि कांग्रेस की एक भी सीट नहीं आएगी। इस बात में इसलिए दम है कि मुस्लिम वार्डों तक से कांग्रेस को नकार दिया गया है। वहीं सारनी में जैसे तैसे भाजपा परिषद बनाने की स्थिति में आ गई अन्यथा वहां जिस तरह से विधायक को लेकर उनके ही कार्यकर्ताओं और लोगों में नाराजगी है उससे नगरपालिका सारनी में  भाजपा की स्थिति अच्छी नहीं है और यदि समय रहते भाजपा और विधायक ने यहां डैमेज कंट्रोल नहीं किया तो उनके लिए संकट खड़ा हो जाएगा। वह तो गनीमत रही कि प्रभारी सुजीत जैन की वजह से लाज बच गई।अब रही बात चिचोली की तो वहां बाली मालवीय और उनके परिवार का तोड़ किसी के पास है नहीं। उनका सीधा गणित है कि पांच साल एकत्रित करो और चुनाव में भरपूर उपयोग करो। इतना कलेजा चिचोली में कोई और दिखा नहीं सकता। इसलिए हेमंत खण्डेलवाल ने वहां का पूरा चुनाव बाली मालवीय के भरोसे छोड़ दिया और कोई हस्तक्षेप नहीं किया और परिणाम सामने है। वैसे भी चिचोली में कांग्रेस के पास जो नेता है वह केवल सोश्यल मीडिया तक ही सीमित हैं। जमीन पर उनका वैसे भी कुछ नहीं है। कुल मिलाकर देखा जाए तो विधानसभा चुनाव के बाद हेमंत खण्डेलवाल और बबला शुक्ला ने जो बैतूल जिले को कांग्रेस मुक्त बनाने का अभियान चला रखा है। वह स्थानीय चुनाव में सफल होते नजर आ रहा है।
जिले में दूसरे चरण में हुए नगरीय निकाय चुनावों में भी भाजपा ने दबदबा बनाए रखा है। तीनों ही निकायों में कांग्रेस को करारी मात देते हुए भाजपा ने जीत का परचम लहरा दिया। ऐसे में इन तीनों ही निकायों में भाजपा की नगर सरकार बनना तय हो गया है।

इस जीत के बाद भाजपाइयों में खासा उत्साह है। वे जश्र मनाने में जुट गए हैं। वहीं दूसरी ओर विपक्षी खेमों में मायूसी पसर गई है।
इधर प्रभारी सुजीत जैन की बदौलत सारनी नगर पालिका जो कि जिले की सबसे बड़ी और प्रदेश की दूसरी सबसे बड़ी नगर पालिका में भी भाजपा ने अपना परचम लहरा दिया है। यहां की 36 में से 19 सीटों पर भाजपा प्रत्याशी जीत हासिल करने में सफल रहे। जबकि 11 पर कांग्रेस और 6 वार्डों में अन्य को जीत हासिल हुई है। यहां एक वार्ड क्रमांक 29 में भाजपा और आप प्रत्याशी के बीच मुकाबला टाई हो गया था। टाई मुकाबले में भी भाजपा प्रत्याशी पर किस्मत मेहरबान हुई और यहां भी भाजपा ने जीत हासिल कर ली।

सारणी के वार्ड 1 से भाजपा, वार्ड 2 से भाजपा, वार्ड 3 से भाजपा, वार्ड 4 से कांग्रेस, वार्ड 5 से निर्दलीय (ज्योति हेमराज नागले), वार्ड 6 से कांग्रेस, वार्ड 7 से भाजपा, वार्ड 8 से भाजपा, वार्ड 9 से भाजपा, वार्ड 10 से भाजपा, वार्ड 11 से कांग्रेस, वार्ड 12 से कांग्रेस, वार्ड 13 से निर्दलीय (रूपलाल बेलवंशी), वार्ड 14 से भाजपा और वार्ड 15 से भाजपा प्रत्याशी जीते हैं। वार्ड 16 से भाजपा, वार्ड 17 से भाजपा, वार्ड 18 से कांग्रेस, वार्ड 19 से निर्दलीय (जफर अंसारी), वार्ड 20 से निर्दलीय (रोशनी संदीप झपाटे), वार्ड 21 से कांग्रेस, वार्ड 22 से कांग्रेस, वार्ड 23 से कांग्रेस, वार्ड 24 से निर्दलीय, वार्ड 25 से कांग्रेस, वार्ड 26 से भाजपा, वार्ड 27 से भाजपा, वार्ड 28 से भाजपा, वार्ड 29 से भाजपा, वार्ड 30 से भाजपा, वार्ड 31 से निर्दलीय, वार्ड 32 से कांग्रेस, वार्ड 33 से भाजपा, वार्ड 34 से भाजपा, वार्ड 35 से कांग्रेस और वार्ड 36 से भाजपा प्रत्याशी ने जीत हासिल की है।


- आठनेर नगर परिषद में इनकी हुई जीत ...                      नगर परिषद आठनेर के चुनाव परिणाम पूरी तरह से भाजपा के पक्ष में गए हैं। यहां 15 वार्डों के लिए हुए चुनाव में भाजपा को 9 वार्डों में सफलता मिली है। वहीं कांग्रेस ने 5 वार्डों में और एक वार्ड में निर्दलीय प्रत्याशी ने चुनाव जीता है। इस तरह यहां पर भाजपा को स्पष्ट बहुमत मिल गया है। आठनेर के वार्ड क्रमांक 1 से कांग्रेस की प्रियंका सुनील राठौर, वार्ड क्रमांक 2 से भाजपा की ललिता मारोती महाले, वार्ड क्रमांक 3 से कांग्रेस की रीता प्रदीप झोड़, वार्ड क्रमांक4 से निर्दलीय विभा योगेश जगताप, वार्ड क्रमांक 5 से भाजपा की सुषमा मनोज जगताप चुनाव जीती हैं। वार्ड क्रमांक 6 से कांग्रेस की रंजीता परेश मगरदे, वार्ड क्रमांक 7 से भाजपा के उमेश बारस्कर, वार्ड क्रमांक 8 से भाजपा के अजय पोटफोड़े, वार्ड क्रमांक 9 कांग्रेस की सारिका डॉ. ज्ञानदेव माथनकर और वार्ड क्रमांक 10 से भाजपा के मिथुन कुमार उमरे चुनाव जीते हैं। वार्ड क्रमांक 11 से भाजपा के विनय रामदयाल जितपुरे, वार्ड क्रमांक 12 से भाजपा के फारुख काजी, वार्ड क्रमांक 13 से कांग्रेस की शीतल जित्तू, वार्ड क्रमांक 14 से भाजपा की गायत्री कैलाश आजाद और वार्ड क्रमांक 15 से भाजपा की पूनम प्रवीण गोलू ने जीत हासिल की है।

- चिचोली नगर परिषद में इन्हें मिली विजयश्री...

चिचोली में भी भाजपा ने अपना कब्जा बरकरार रखा है। यहां के 15 वार्डों में से भाजपा ने 11 और कांग्रेस ने 4 वार्डों में जीत हासिल की है। ऐसे में यहां भी भाजपा को स्पष्ट बहुमत मिल गया है और उसी की नगर सरकार बनेगी। चिचोली के वार्ड क्रमांक 1 से अनीता/संतोष आर्य कांग्रेस, वार्ड 2 से ज्योति/जीवन पानकर भारतीय जनता पार्टी, वार्ड 3 से अनसुईया/लक्ष्मण वानखेड़े भाजापा, वार्ड 4 से जयप्रकाश/मन्ना राठौर भाजपा और वार्ड 5 से रोहित/विजय आर्य कांग्रेस जीते हैं। वार्ड 6 से आशाराम/कोका धुर्वे भाजपा, वार्ड 7 से उमेश/सुनील पेठे भाजपा, वार्ड 8 से आशुतोष/संतोष मालवीय भाजपा, वार्ड 9 से स्वरूपचंद/सुखनंदन यादव बीजेपी और वार्ड 10 से मोहनी/प्रवीर्ण जैन भाजपा ने जीत हासिल की है। वार्ड 11 से वर्षा/रितेश मालवीय भाजपा, वार्ड 12 से सुलोचना/संतोष मालवीय भाजपा, वार्ड 13 से सुरेश आर्य कांग्रेस, वार्ड 14 से वर्षा/संजय आवलेकर भाजापा और वार्ड 15 से नेहा /रुपेश आर्य कांग्रेस ने चुनाव में जीत हासिल करने में सफलता प्राप्त की है।

नवल-वर्मा-हेडलाईन-बैतूल  01 अक्टूबर 2022