बैतूल (हेडलाईन) / नवल-वर्मा । परम्परानुसार हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी स्थानीय लालबहादुर शास्त्री स्टेडियम में रावण का दहन होगा। बुराई के प्रतीक रावण के पुतले का दहन होगा। यदि बुराई और कमियों के हिसाब से व्यवस्थाओं की तुलना की जाए तो यह देखने में आएगा कि बैतूल के भाग्य से जो कमियों और बुराईयों का रावण बंधा है उसका कभी दहन ही नहीं होता है । मतलब यह है कि उनको दूर करने के लिए कोई व्यवस्थाएं ही नहीं है।

- बैतूल के भाग्य से बंधे इस दशानन का जाने कब होगा दहन...
1 - बैतूल के राजनेताओं, जनप्रतिनिधियों में  मुद्दों,विजन की जगह दिखावे और मूर्ख बनाने की प्रवृत्ति।
2 - बैतूल में तैनात होने वाले अफसरों में केवल बैतूल को चारागाह की तरह उपयोग करने की मानसिकता।
3 - बैतूल की आमजनता में अपने हित अहित को लेकर जागरूकता की कमी के साथ-साथ मुद्दों को लेकर लडऩे की सोच न होना।
4 - बैतूल में समायोजित विकास को लेकर किसी तरह का कोई सिस्टम ही डेव्हलप न हो पाना। 
5 - बैतूल में रोजगार के संसाधनों के विकास को लेकर प्लॉनिंग न होना और बढ़ती बेरोजगारी का दबाव
6 - बैतूल में बेहतर एजुकेशन सेंटर और  रोजगार से जुड़े हुए सेंटरों का न होना और युवाओं का एजुकेशन के लिए बाहर पलायन करना।
7 - बैतूल जिले की बड़ी आबादी आदिवासी है और इस वर्ग में अभी भी शिक्षा, स्वास्थ्य को लेकर न जागरूकता है और न ही सुलभ संसाधन।
8 - बैतूल में स्वास्थ्य संसाधन का अभाव है इसलिए लोगों को भोपाल, नागपुर भागना पड़ता है।  पूरा स्वास्थ्य सिस्टम चरमराने से आम आदमी के लिए स्वास्थ्य सेवाएं आसान नहीं।
9 - शहर और आसपास ग्रामीण क्षेत्र में बड़े पैमाने पर अवैध कालोनियां खड़ी हो रही है जिसमें मूलभूत सुविधाओं को लेकर किसी का फोकस नहीं।
10 - शहर में मास्टर प्लान के अनुसार विकास न होकर केवल जमीन के मद तय होने तक में मास्टर प्लान का उपयोग।

- लाल बहादुर शास्त्री स्टेडियम में होगा पुतला दहन, पुलिस ट्रेफिक रूट चार्ट जारी किया...


विजयादशमी का पर्व परम्परागत उत्साह के साथ मनाने की तैयारी श्री कृष्ण पंजाब उत्सव सेवा समिति द्वारा जोर-शोर से की जा रही है। स्टेडियम में इस वर्ष 55 फीट का रावण और 50 फीट का कुंभकर्ण के पुतले सोमवार रात को स्टेडियम में खड़े कर दिए हैं। स्टेडियम में रावण-कुंभकर्ण के पुतलों का दहन देखने भारी भीड़ पहुंचती है। बड़ी संख्या में बच्चे भी उत्सव स्थल पर अभिभावकों के साथ पहुंचते है। सभी रावण दहन एवं राम-रावण युद्ध का मंचन देख सकें इसलिए दो बड़े प्रोजेक्टर पर पूरा कार्यक्रम लाईव दिखाया जाएगा। एक ओर जहां स्टेडियम में विजयादशमी उत्सव को आकर्षक बनाने का प्रयास श्री कृष्ण पंजाब उत्सव सेवा समिति द्वारा किया जा रहा है। इसी तारतम्य में उज्जैन से डमरु वाला ग्रुप भी अपनी प्रस्तुति देगा। स्टेडियम में उज्जैन के इस ग्रुप की प्रस्तुति आकर्षण का केन्द्र बनेगी। गौरतलब है कि शाम 6.30 बजे अग्रिबाण से रावण एवं कुंभकर्ण के पुतलों का दहन किया जाएगा।
नवल-वर्मा-हेडलाईन-बैतूल  05 अक्टूबर 2022