बैतूल (हेडलाईन)/नवल-वर्मा । एक भारत श्रेष्ठ भारत की महान कल्पना करने वाले परम देशभक्त, महान स्वतंत्रता संग्राम सेनानी, देश के प्रथम गृह मंत्री, प्रथम उपप्रधानमंत्री और भारतरत्न लौहपुरुष सरदार वल्लभ भाई पटेल की 147 वी जयंती कुर्मी क्षत्रिय समाज ग्राम इकाई मलकापुर द्वारा धूमधाम से मनाई गई. सर्वप्रथम समाज के गौरव मार्गदर्शक  अनिरुद्ध पटेल द्वारा सरदार पटेल के छायाचित्र पर माल्यार्पण, दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम की शुरुआत की पश्चात पदाधिकारियों ने अपने अपने विचार व्यक्त करते हुए सरदार पटेल जी के द्वारा किए गए योगदान को याद किए तथा कुर्मी समाज द्वारा सेवा कार्यों की सार्थक पहल करते रहने का संकल्प लिया गया।
पूर्व जनपद अध्यक्ष नरेंद्र पटेल ने सरदार पटेल के द्वारा किये गए कार्यों को याद किये एवं उनके पद चिन्हों पर चलने का संकल्प दिलाया. सेवानिवृत्त शिक्षक रमेश वर्मा ने अपने उद्बोधन में सरदार पटेल की जीवन पर प्रकाश डालते हुए कहा कि आधुनिक भारत के निर्माता कहे जाने वाले सरदार वल्लभ भाई पटेल की भारतवर्ष में  147 वीं जयंती मनाई जा रही है। भारत को आजादी मिलने के बाद सरदार वल्लभ भाई पटेल ने पूरे राष्ट्र को एकता के सूत्र में पिरोने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। यही कारण भी है कि वल्लभ भाई पटेल की जयंती को देश में राष्ट्रीय एकता दिवस के तौर पर मनाया जाता है। पहली बार राष्ट्रीय एकता दिवस 2014 में मनाया गया था। पेशे से वकील सरदार पटेल ने भारत के स्वतंत्रता संग्राम में काफी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। उन्हें खासतौर पर खेड़ा सत्याग्रह के लिए जाना जाता है। सरदार पटेल आजादी के बाद देश के पहले उप प्रधानमंत्री और गृह मंत्री भी थे। 
जगमोहन वर्मा ने कहा कि 31 अक्टूबर को जन्मे थे सरदार वल्लभ भाई पटेल 31 अक्टूबर 1875 को गुजरात के नाडियाड में जन्मे थे। तकरीबन 562 रियासतों में बंटे भारत को एक राष्ट्र बनाने के लिए सरदार पटेल ने काफी पसीना बहाया। उन्होंने जूनागढ़ और हैदराबाद जैसे विवादित रियासत को भी अपनी चतुराई और कूटनीतिक कौशल से भारत में मिला दिया था। इसी वजह से महात्मा गांधी ने उन्हें लौहपुरुष की उपाधि प्रदान की थी। 31 अक्टूबर 1875 को गुजरात के नडियाद में किसान झबेरभाई और धर्मपरायण माता लाड़बाई के परिवार में जन्मे सरदार वल्लभ भाई पटेल बचपन से ही साहसी थे। इकाई के अध्यक्ष जितेन्द्र वर्मा ने अपने संबोधन में कहा कि सरदार वल्लभभाई पटेल आयरन मैन आफ इंडिया के रूप में भी जाने जाते हैं। आज हम सरदार पटेल का जन्मदिवस एकता दिवस के रूप में मना रहे हैं. उन्होंने इस देश मे सभी रियासतों का विलय कर भारत के प्रजातंत्र को मजबूती दी और एकता व अखंडता के लिए काम किया।

 - पौधारोपण कर मोक्षधाम परिसर में लगवाई पांच बैंच...
कुर्मी क्षत्रिय समाज मलकापुर के बंधुओं द्वारा सरदार पटेल जयंती के अवसर पर मुक्तिधाम परिसर की साफ सफाई कर पॉलिथीन मुक्त कर आम, आंवला, पीपल के वृक्ष लगाकर बैठक व्यवस्था के लिए पांच बैंच परिसर में लगवाई गई।
 अंत में कार्यक्रम में उपस्थित वयोवृद्ध समाज के मार्गदर्शक अनिरुद्ध पटेल का ग्राम इकाई की ओर अध्यक्ष जितेंद्र वर्मा ने शाल श्रीफल से सम्मान किया।


कार्यक्रम में दुर्गाप्रसाद चौधरी ने इस सेवा कार्य की भूरी भूरी प्रशंसा कर भविष्य में भी ऐसा ही कार्य करने के लिए प्रेरित किया. अंत में इकाई के उपाध्यक्ष सुरेंद्र वर्मा ने आभार व्यक्त करते हुए कहा कि विभिन्न वर्गों को एक सूत्र में पिरोकर कुर्मी एकता को बढ़ाने के साथ-साथ सेवाभावी कदम आगे चल पाए तो यह उनकी जयंती में सच्ची श्रद्धांजलि होगी। कार्यक्रम का संचालन प्रेमकांत वर्मा द्वारा किया गया।
कार्यक्रम में बद्रीप्रसाद चौधरी, अशोक महतो,रामकिशन चौधरी,ललित वर्मा, राकेश महतो, लक्ष्मीकांत वर्मा, आरेंद्र पटेल,  दीपक वर्मा, मनोज महतो, नवनीत महतो, छोट बाबू चौधरी, मनीष चौधरी, बाजबहादुर पटेल, रामकेश महतो, लल्ला चौधरी, राजा वर्मा, राहुल पटेल, ओमप्रकाश वर्मा, लतेश महतो, कृपांशु वर्मा, शिवम वर्मा, पिंटू चौधरी, सजल महतो, अर्पित वर्मा, लोकेश वर्मा, अनिकेत चौधरी आदि उपस्थित थे।
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