बैतूल/मुलताई (हेडलाईन)/ नवल-वर्मा ।  मुलताई नगर पालिका अध्यक्ष नीतू परमार ने सोमवार बैतूल पहुंचकर कलेक्टर से मुलताई सीएमओ नितिन बिजवे की शिकायत कर सीएमओ की विवादित कार्यप्रणाली के बारे में जानकारी दी । जिस पर कलेक्टर बैतूल ने उचित कार्यवाही का आश्वासन दिया है।
 गौरतलब है कि नगर पालिका मुलताई में अधिकारी, कर्मचारियों और जनप्रतिनिधियों के बीच चुनाव होने के बाद से लगातार नूरा-कुश्ती देखने में आ रही है। पिछले माह अध्यक्ष पति प्रह्लाद सिंह परमार द्वारा आदिवासी समुदाय के कर्मचारी से अभद्र व्यवहार कर सार्वजनिक रूप से प्रताडि़त करने का मामला तूल पकड़ता हुआ नजर आया था। जिसमें आदिवासी समाज द्वारा अध्यक्ष पति के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर नगर पालिका, थाना मुलताई एवं तहसील कार्यालय में ज्ञापन सौंपकर कार्रवाई की मांग की गई थी। वहीं हाल ही में हुए घटनाक्रम के चलते एक बार फिर नगर पालिका परिषद मुलताई की अध्यक्ष और सीएमओ के बीच फिर से विवाद होने से मामला सुर्खियो में है।
 इधर नगर के जागरूक लोगों का मत है कि सारे फसाद कुर्सी को लेकर चल रहें हैं। सब अपना-अपना देख रहे है जबकि मुलताई नगर की जनता के हितों के लिए सभी को एकजुट होकर कार्य करने की आश्यकता है।
उक्त पूरे घटनाक्रम में मुलताई नगर पालिका सीएमओ ने बैतूल ईएमएस को चर्चा में बताया गया कि अध्यक्षपति द्वारा नगर पालिका में तीन दैनिक वेतन भोगियों को बिना परिषद की जानकारी के रख लिए जाने के बाद नियम विरूध्द नियुक्ति की जानकारी मिलने पर तीनों कर्मचारियों को हटा दिए जाने से नाराज अध्यक्ष द्वारा इस तरह के आरोप लगाए जा रहे हैं । 
पीआईसी की बैठक के लिए अध्यक्ष द्वारा मौखिक तौर बुलाने के लिए कहा जा रहा है जबकि पीआईसी की बैठक के लिए लिखित एजेंडा जरूरी होता है जिसे अध्यक्ष द्वारा दिया जाता है। नियमानुसार अध्यक्ष द्वारा लिखित एजेंडा देने पर बैठक निश्चित समय पर की जा सकेगी। शहर के विकास कार्यों पर खर्च की जाने वाली राशि के हिसाब-किताब का अवलोकन करने किसी को भी कोई मनाही नही है।

- आखिर क्यों नपाध्यक्ष के कमरे से हटाए सीसीटीवी कैमरे ?
हिसाब-किताब दिखाने को लेकर नपाध्यक्ष के बुलाने पर उनके कमरे में न जाने को लेकर सीएमओ ने साफ-साफ कहा कि वहॉ से सीसीटीवी कैमरे क्यों हटा दिए गए? इसकी वजह क्या है? इन परिस्थियों में उन पर दूसरे आरोप भी लगाए जा सकते हैं ? आगे किसी प्रकार के वैचारिक मतभेद पैदा न हो इसके लिए जब तक सीसीटीवी कैमरे नही लगाए जाते वे नपाध्यक्ष के कमरे में नही जायेंगे? 
इधर सूत्रो के अनुसार नपाध्यक्ष के कमरे में अध्यक्षपति, पार्षदपति का जमावड़ा लगा होने की वजह से भी सीएमओ वहॉ जाना पसंद नहीं करते है।

- नपा की 50 से 60 लाख की सालाना बचत बढ़ी...
एक समय था जब मुलताई नगर में पानी माफिया जमकर चांदी काट रहे थे। इस दौरान शहर वासियों को पेयजल की व्यवस्था करने हेतु बाहर के टेंकरो से पानी लाकर शहर में पेजजल की व्यवस्था बनाई जाती थी। जिसके नाम पर नगर पालिका को प्रतिवर्ष 50 से 60 लाख रूपयों का अतिरिक्त भुगतान पानी खरीदने के लिए करना पड़ता था। सीएमओ ने बताया कि मेरे चार्ज लेने के बाद इस राशि के अपव्यय को रोकने के लिये ठोस कदम उठाते हुए नगर पालिका द्वारा खुद के टेंकरो से पानी की व्यवस्था बहाल कर बेफिजूल के खर्चों पर रोक लगााई गई। जिसके लिए विरोध भी झेलना पड़ा लेकिन जनता के हितों को ध्यान में रखते हुए कार्य करने में कोई बुराई नही है।

- डीजल खपत बढने की वजह...
भीषण गर्मी के समय नगर पालिका के पानी के टेंकरो के फेरे बढ जाते हैं। इसके साथ ही गर्मी के मौसम में आग लगने की घटनाओं की जानकारी मिलने पर मुलताई की फायर वाहन को पूरे सर्कल में भेजना पड़ता है। जिसमें डीजल की खपत ज्यादा होती है। हालाकि इस पर 3 से 4 चार लाख रूपये का ही बजट बढ़ा किंतु नगर पालिका मुलताई द्वारा बाहर के टेंकरो से बुलवाए जा रहे पानी खर्च पर लाखों रूपये की बचत भी हुई है । जिसे नगर के विकास कार्यो में व्यय किया जा रहा है। ज्यादा डीजल खपत के बिल सिर्फ गर्मी के मौसम मार्च, अप्रैल, मई, जून माह के है। जो स्वाभाविक है पेयजल और आग बुझाने जैसी मानवीय आवश्यकताओं पर नियमानुसार व्यय किया गया है।

- इनका कहना...
- एक कार्यक्रम में व्यस्त हूँ बाद में बाद करते हैं।
- नीतू परमार, नपाध्यक्ष, नगर पालिका परिषद, मुलताई।

कोई आपसी विवाद नहीं है, नियमानुसार कार्य किए जा रहे हैं। सभी के सहयोग से मुलताई नगर मे विकास कार्यो को प्राथमिकता दी जा रही है।
- नितिन बिजवे, सीएमओ, नगर पालिका परिषद, मुलताई।

नवल-वर्मा-हेडलाईन-बैतूल  01 नवम्बर 2022