(नैमिषारण्य) सत्यनारायण धाम नैमिषारण्य पहुंचे स्वामी कमलानन्द गिरि , - भारत के वरिष्ठ प्रशासक रहे हैं स्वामी कमलानन्द गिरि उर्फ डॉ. कमल टावरी
- नैमिषारण्य तीर्थ के समग्र विकास पर हुआ चिंतन-मंथन ,
- भाग्योदय प्रमुख राम महेश मिश्र ने किया सभा का संयोजन
नैमिषारण्य(हेडलाईन)/राम महेश मिश्र । उत्तर प्रदेश काडर में 1968 बैच के आईएएस अधिकारी रहे डॉ. कमल टावरी (अब स्वामी कमलानन्द गिरि महाराज) कल देर शाम नैमिषारण्य पहुंचे। उन्होंने राजघाट पर आदिगंगा गोमती की आरती की। आज पूर्वाह्नकाल नैमिषारण्य पुलिस स्टेशन के समीप स्थित श्रीसत्यनारायण धाम आश्रम के सभागार में उन्होंने गुरुकुल के ऋषिकुमारों, आचार्यों, श्रद्धालुओं एवं तीर्थयात्रियों को संबोधित किया।
आश्रम की संस्थापक व संचालक माता एम. रामानुज कुमारी की अध्यक्षता तथा भाग्योदय फाउंडेशन के अध्यक्ष व संस्थापक आचार्य राम महेश मिश्र के सानिध्य में बोलते हुए स्वामी कमलानन्द गिरि महाराज ने कहा कि नैमिषारण्य जैसे महान तीर्थ न केवल लोक जागरण में बल्कि राष्ट्रीय चेतना के जागरण में अद्भुत उबाल लाने में भारी भूमिका निभा सकते हैं। उन्होंने तीर्थों के माध्यम से राष्ट्र के आध्यात्मिक, भौतिक एवं सामाजिक विकास के विभिन्न पहलुओं पर चर्चा की और अनेक महत्वपूर्ण सुझाव दिए।
चेन्नई स्थित पंचगव्य विद्यापीठम (विश्वविद्यालय) के कुलपति डॉ. स्वामी कमलानन्द गिरि ने प्रस्ताव किया कि श्रीसत्यनारायण धाम में पंचगव्य विद्यापीठ का एक केन्द्र भाग्योदय फाउंडेशन के समन्वयन में बनाया जाए तथा यहां से अनुसंधान के कार्य भी किये जायें। इससे भारतीय नस्ल के गोवंश की हर प्रकार से अभिवृद्धि के अनेक मार्ग खुलेंगे। गौमाता को भारत के सर्वांगीण विकास का मूलभूत आधार बताते हुए भारत सरकार में पूर्व सचिव रहे स्वामी कमलानन्द गिरि ने कहा कि इस देश को गाय, गांव, किसान और गंगा व गोमती जैसी नदियां ही स्थायी विकास प्रदान कर सकती है।
श्रीसत्यनारायण धाम के मुख्य समन्वयक एवं भाग्योदय निदेशक मृगांक मोहन अग्निहोत्री के संयोजन व संचालन में संपन्न विचार गोष्ठी को संबोधित करते हुए भाग्योदय फाउंडेशन के अध्यक्ष व संस्थापक आचार्य राम महेश मिश्र ने विचार और संकल्प की मिश्रित महाशक्ति पर प्रकाश डाला और कहा कि दृढ़ संकल्प व श्रेष्ठ विचार-धारक व्यक्ति के सम्मुख कभी न बदलने वाली प्रकृति अपने नियम तोड़कर भी रास्ता देती है और उसके अनुकूल बन जाती है। आश्रम प्रमुख माता एम. रामानुज कुमारी ने भारतवर्ष1 के भाग्योदय और इस दुनिया के अभ्युदय के लिए शुभकामनाएं कहीं और स्वामी कमलानन्द गिरि के आश्रम में पधारने हेतु साधुवाद दिया।
इसके पूर्व स्वामी कमलानन्द गिरि एवं भाग्योदय प्रमुख राम महेश मिश्र का आश्रम में पहुंचने पर गुरुकुल के ऋषिकुमारों एवं आश्रमवासियों ने भावभीना अभिनंदन किया। इस अवसर पर भाग्योदय फाउंडेशन के सलाहकार रामेन्द्र कुमार मिश्र, गोमती आरती समिति के प्रमुख आचार्य कृष्ण कुमार दीक्षित, आचार्य मुकुन्द राम मिश्र समाजसेवी योगेश श्रीवास्तव, सरोज कुमार मिश्र, पवन सक्सेना, राहुल तिवारी आदि मौजूद रहे।
राम महेश मिश्र, हेडलाईन नैमिषारण्य 15 नवम्बर 2022