(बैतूल) बेफिजूल बनने वाली बिल्डिंगोंं को लेकर लोगों का बढ़ रहा विरोध , - सर्किट हाउस के पीछे साढ़े छ: करोड़ की बर्बादी फिलहाल होल्ड पर डाली
बैतूल(हेडलाईन )/नवल-वर्मा । शहर की मूलभूत जरूरतों को छोड़कर बिना मतलब के निर्माण का जो खेल चल रहा है वह किसी से दबा छुपा नहीं है। ऐसा ही एक निर्माण सर्किट हाउस के पीछे राजस्व भवन के रूप में किया जा रहा है। जिस पर हाल फिलहाल तो निर्माण पर रोक लग गई है और इसे होल्ड पर डाल दिया गया है। बताया गया कि पीडब्ल्यूडी पीआईयू के एसई की आपत्ति के बाद कलेक्टर ने इसे होल्ड पर डाला गया है। अब देखना यह है कि साढ़े छ: करोड़ की जो बर्बादी होने जा रही है यह होल्ड पर ही रहती है या इसके लिए कोई दूसरी जगह ढूंढी जाएगी। हालांकि इस बिल्डिंग को बनाने का कोई औचित्य ही नहीं है। क्योंकि वैसे ही कम्पोजिट कलेक्ट्रेट पार्ट-2 प्लॉन में है ही।
- जमीन राजस्व की नहीं पीडब्ल्यूडी की और सर्किट हाउस के पीछे नहीं बना सकते...
सर्किट हाउस के पीछे जहां पर यह राजस्व का भवन बनाया जा रहा है। वह जमीन असल में राजस्व विभाग की है ही नहीं। यह जमीन पीडब्ल्यूडी की है और अभी तक राजस्व विभाग को ट्रांसफर ही नहीं हुई है। ऐसे में यहां पर कोई भी निर्माण कार्य किया जाना नियम विरूद्ध माना जाएगा। वहीं जानकारों का कहना है कि सर्किट हाउस या रेस्टहाउस को शांति की जगह मानकर साईलेंट जोन में रखा जाता है इसलिए यहां पर ऐसा निर्माण तो हो ही नहीं सकता।
- विकास पागल है : राजेश गावंडे...
बैतूल में विकास पागल है और बिल्डिंग बनाने के अलावा दूसरा कोई काम नहीं होता। मूलभूत जरूरतों पर कोई फोकस ही नहीं है। यह बिल्डिंग भी ऐसे ही बन रही है।
- बैतूल में कुछ भी संभव : राजा सोनी...
बैतूल में कुछ भी संभव है। कांग्रेस नेता राजा सोनी का कहना है कि जेल और कलेक्ट्रेट की बेशकीमती जमीन बेची जा रही है तो कोई कुछ नहीं बोल रहा है।
- शौचालय की चिंता नहीं : रवि त्रिपाठी ...
वरिष्ठ जागरूक नागरिक रवि त्रिपाठी का कहना है कि शहर के कोठीबाजार और गंज में कोई शौचालय ही नहीं है, लेकिन इस पर किसी का फोकस नहीं है। जबकि दोनों क्षेत्र में यह अति आवश्यक है पर किसी को क्या लेना देना।
नवल-वर्मा-हेडलाईन-बैतूल 17 दिसम्बर 2022