(बैतूल) प्रभातपट्टन में खण्ड पंचायत अधिकारी को जनपद सीईओ का प्रभार देना सीईओ जिला पंचायत को पडा़ भारी , - इधर पांचवें दिन दूसरा आदेश बना चर्चा का विषय
बैतूल(हेडलाईन)/ नवल-वर्मा । जनपद पंचायत प्रभातपट्टन में खण्ड पंचायत अधिकारी को जनपद सीईओ का प्रभार देना सीईओ जिला पंचायत को भारी पड़ गया । जिसे लेकर लोग तरह तरह की चर्चाएँ कर रहे है वहीं इस आदेश के ठीक पांचवें दिन दूसरा आदेश जनपद, जिला पंचायत से लेकर संचालनालय भोपाल तक चर्चा का विषय बन गया।
शनिवार को आखिरकार प्रभारी कलेक्टर एवम् सीईओ जिला पंचायत बैतूल द्वारा विगत 14 नवम्बर के आदेश को संशोधित कर नया आदेश 19 नवम्बर को जारी करना पडा़। मामला जनपद पंचायत प्रभातपट्टन का है जहाँ सीईओ जनपद के स्थानान्तरण के पश्चात् एक खण्ड पंचायत अधिकारी को प्रभारी जनपद सीईओ बना दिया गया था। जिसे लेकर जिले से भोपाल तक चर्चा का बाजार काफी गर्म हो गया था। जिसे शनिवार जिला पंचायत सीईओ द्वारा आनन-फानन में बदलकर सीईओ जनपद पंचायत मुलताई को अतिरिक्त प्रभार सीईओ जनपद पंचायत प्रभातपट्टन का देना पडा़। जिला पंचायत सीईओ द्वारा विगत पांच दिन में दो बार जनपद पंचायत सीईओ के आदेश की खबरें भी लोग चटकारे लेकर कर रहे हैं ।
गौरतलब है कि मध्यप्रदेश शासन पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग मंत्रालय भोपाल के आदेश क्रमांक 63/एसीएस /2017 भोपाल दिनांक 12/09/2017 की कंडिका क्रमांक 1 से 6 एवम 2 तथा 3 अनुसार जनपद पंचायत के सीईओ का प्रभार दिये जाने का प्रावधान है। लेकिन सीईओ जिला पंचायत राज्य शासन के आदेश व नियमों को नहीं मान रहे थे। लोग अब ऐसा कहने से भी गुरेज नहीं कर रहे हैं कि ये साहब तो ठहरे वन मेन आर्मी जो खुद को सही लगे वही करना है। अब वे इस आदिवासी बाहुल्य जिले मे जैसा चाहे वैसा शासन चला रहे जिनसे कौन पूछने वाला है, किसी भी पार्टी के दिग्गज एवम् छुटभैय्ये नेताओं को इससे क्या फर्क पड़ता है, उन्हें तो बस इतना पता है कि साहब तेज तर्रार आईएएस अधिकारी हैं, जो कर रहे हैं सब सही कर रहे हैं।
नवल-वर्मा-हेडलाईन-बैतूल 19 नवम्बर 2022