बैतूल(हेडलाईन)/नवल-वर्मा । किलेदार गार्डन बडोरा-बैतूलबाजार में पं. प्रदीप मिश्रा की प्रस्तावित ताप्ती शिवपुराण कथा वाचन स्थल को लेकर सुरक्षा और अन्य व्यवस्थाओं की दृष्टि से प्रशासन ने जिस तरह की आपत्तियां प्रस्तुत की और अन्य स्थल चयन के लिए आयोजन समिति को कहा। उसके बाद आयोजन समिति ने भी मंगलवार को एसडीएम बैतूल को एक पत्र लिखकर अपनी व्यवस्थाओं और प्रशासन की आपत्तियों को लेकर जवाब पेश किया है। समिति द्वारा जिस तरह का जवाब पेश किया गया है उसमें सारे विकल्पों से प्रशासन को अवगत कराया गया है जिसमें बताया गया है कि आयोजन समिति कथा स्थल के लिए 20 एकड़ जमीन की व्यवस्था बना रही है और आसपास 100 एकड़ जमीन में पार्किंग की व्यवस्था होगी। अब आयोजन समिति की ओर से दिए गए इस आपत्ति के जवाब पर प्रशासन क्या रूख अपनाता है और क्या विकल्प प्रस्तुत करता है यह आने वाले दिनों में स्पष्ट हो जाएगा।

- विकल्प : 01:-  28200 स्क्वेयर मीटर की जगह 80 हजार स्क्वेयर मीटर का प्रस्तुत किया नक्शा...
आयोजन समिति की ओर से एसडीएम को जो आवेदन दिया गया उसमें बताया गया कि कथा स्थल के लिये पूर्व में प्रस्तुत 28 हजार 200 स्क्वेयर मीटर भूमि की जगह 80 हजार स्क्वेयर मीटर का संशोधित नक्शा तैयार कर प्रस्तुत कर रहे हैं, जिससे जगह की कमी को लेकर जो शंका या आशंका उत्पन्न हुई उनका समाधान स्वत: ही हो जाएगा। आयोजन समिति का कहना है कि अन्य जगह होने वाले आयोजन स्थलों का अवलोकन किया है वहां 5 से लेकर 10 एकड़ में आयोजन होते है। जबकि वे लगभग 20 एकड़ जमीन उपलब्ध करवा रहे हैं।

- विकल्प 02 :- कथा स्थल के आसपास 100 एकड़ जमीन पार्किंग के लिए मिलेगी...
आयोजन समिति का यह भी कहना है कि कथा स्थल पर श्रोताओं के बैठने के लिए 25 एकड़ जमीन रिजर्व है। वहीं 100 एकड़ जमीन पार्किंग के लिए तथा अन्य व्यवस्थाओं के लिए नि:शुल्क देने पर समिति सहमति दे चुकी है। समिति का यह भी दावा है कि कथावाचक पं प्रदीप मिश्रा के संचालन समिति के वरिष्ठ पदाधिकारियों द्वारा निरीक्षण किया गया। जिसमें इस स्थान को पर्याप्त से अधिक बताकर स्वीकृति एवं सहमति दे दी है। और टेंट हेतु उनकी ओर से व्यवस्थाएं भी यहाँ पहुंचा दी गई है।

- विकल्प 03 :-  दुकानदारों को किसी तरह की कोई परेशानी नहीं है बल्कि हो रही खुशी...
आयोजन समिति का यह भी कहना है कि प्रशासन द्वारा दुकानदारों को परेशानी होने का जो जिक्र किया गया है उसके परिप्रेक्ष्य में आयोजन समिति का कहना है कि दुकानदारों को कोई परेशानी नहीं है उन्हें इस बात का हर्ष है कि इतना बड़ा आयोजन हो रहा है। कुछ दुकानदार तो अपनी दुकान बंद रखकर आने वाले श्रद्धालुओं की सेवा करने को तैयार है। आयोजन समिति का दावा है कि लोग तो अपनी जमीन समतल कर व्यवस्था बना रहे हैं। वहीं स्वेच्छा से आगे आकर व्यवस्था बनाने में सहर्ष सहयोग कर रहे हैं ।

- विकल्प 04:- कृषि मंडी की स्थिति को लेकर किसी तरह की जाम की नौबत नहीं आएगी...
आयोजन समिति का कहना है कि कृषि मंडी में जाम की स्थिति बनती है वह प्रतिदिन शाम 7 बजे के बाद वन-वे ट्रैफिक नही करने से होता है। वैसे भी कथा का आयोजन शाम 5 बजे समाप्त हो जाएगा और उसके बाद मंडी में वाहनों का आवागमन सुचारू रूप से हो सकता है। मंडी पहुंचने हेतु वाहनों को फोरलेन से पहुंचाने की व्यवस्था संलग्र नक्शे में भी दर्शाई गई है। जाम न लगे इसके लिए वैकल्पिक व्यवस्था भी है जो कि नक्शे में ही प्रदर्शित कर जिला प्रशासन को दी गई है।
नवल-वर्मा-हेडलाईन-बैतूल  23 नवम्बर 2022