आमला(हेडलाईन)/रोहित दुबे । नगर पालिका आमला द्वारा लगभग 30 लाख की स्वीकृत राशि से रमली - कमली स्थित ट्रेचिंग ग्राउंड पर बाउंड्रीवाल निर्माण कार्य करवाया जा रहा । वही बाउंड्रीवाल का निर्माण बेहद घटिया सामग्रियों से किया जा रहा है । सारणी की कंट्रक्शन एजेंसी ने निर्माण कार्य का टेंडर लिया है लेकिन 6 माह से अधिक समय से निर्माण कार्य कछुआ गति से चल रहा है अभी तक स्वीकृत कार्य का आधा भी कार्य नहीं हुआ है ।आलम यह पिछले कई दिनों से निर्माण कार्य भी ठेकेदार ने बन्द कर रखा है जिससे कार्य अधर में लटका हुआ है । नगर के रामदास, कैलाश , मुकेश , राजेश सहित अन्य नागरिकों ने बताया पूर्व में भी जो बाउंड्रीवाल का कार्य किया गया है उसकी तराई कार्य भी नहीं किया गया दीवारों में ईंट जुडाई के बाद सीधे एक दो दिन बाद ही प्लास्टर कर दिया गया।
इसके अलावा निर्माण स्थल पर नपा का कोई इंजीनियर व निर्माण शाखा सम्बन्धी कर्मचारी उपस्थित नही रहते थे । जिससे ठेकेदार ने अपनी खूब मनमानी की है।

- रेत की जगह खुलेआम लगाई कच्ची इंट - क्रेशर का डस्ट...

गौरतलब है कि रमली कमली ट्रेचिंग ग्राउंड की दूरी नगर से 7 - 8 किलोमीटर है जिससे ठेकदार ने वीरान इलाके में हो रहे कार्य मे अपनी मनमानी कर रेत की जगह स्टोन क्रशर का डस्ट उपयोग किया और सैकड़ों मीटर बाउंड्रीवाल बना दी और तो और कमजोर इंट से निर्माण कार्य किया गया। निर्माण स्थल पर इंट चेक होने कोई प्रेशर मशीन भी नहीं लगाई गई जबकि 5 एकड़ की परिधि में निर्माण होने है।

- बाउंड्रीवाल के गड्ढों की खुदाई में भी संशय...

जिस तरह बाउंड्रीवाल के गड्ढों की खुदाई की गई है मौके पर देखने पर गड्ढों की पर्याप्त खुदाई नहीं दिख रही है । ग्रामीणों ने बताया कि जे सी बी मशीन से गड्ढों की खुदाई करवाई गई है । जबकि खोदे गए गड्ढों की ऊपर की चौड़ाई अधिक और नीचे गहराई कम है । जिसकी जाँघ होनी चाहिए ।

- बाउंड्रीवाल के सरिया में भी अंतर...

लोगों का कहना है कि निर्माण की जा रही बाउंड्रीवाल के बिम्ब कालम की सरिया में भी ठेकेदार ने गोलमाल किया है? क्योंकि खड़े दीवारों के बीच खड़े बिंब में 4 सरिया एम एम कहि बीच मे 2 सरिया तो 1 सरिया 12 की लगी है ।वही निर्माण स्थल पर मिस्त्री का कहना था की बिंब में 6 सरिया में 10 की 4 और 2, 6 एमएम की लगानी थी लेकिन लोहा खत्म होने से 10 एम एम की ही उपयोग कर डाली।

- सीएमओ का कहना... इंजीनियर ही देख सकता है गुणवत्ता...
घटिया सामग्रियों व निम्न गुणवत्ता से निर्माण की बात पर नपा सीएमओ नीरज श्रीवास्तव बोले कि निम्न गुणवत्ता एवम् घटिया निर्माण कार्य हुआ है तो इंजीनियर ही देखेंगे।उल्लेखनीय है कि चक्रेश जैन उपयंत्री के सेवानिवृत्त होने के बाद सारणी से ही इंजीनियर कभी कभार आते थे। जिसका भरपूर फायदा सारणी के ठेकेदार ने उठाया और घटिया कार्य किया। जिसकी जाँच होना नितान्त आवश्यक है।
नवल-वर्मा-हेडलाईन-बैतूल 25 नवम्बर 2022