आमला (हेडलाईन)/रोहित दुबे। नगर पालिका द्वारा लाखों की लागत से रमली कमली पर ट्रेचिंग ग्राउंड का निर्माण कार्य करवाया जा रहा है लेकिन घटिया निर्माण से लाखों की स्वीकृति के कार्यों पर सवाल उठ रहे हैं? यहाँ तो आलम यह है कि नगर पालिका द्वारा 30 लाख की लागत से जो बाउंड्रीवाल का निर्माण करवाया जा रहा है वह कंस्ट्रक्शन एजेंसी की मनमानी से नियम कायदों को ताक पर रखकर घटिया स्तर का कार्य किया जा रहा है। वही नपा द्वारा ट्रेचिंग ग्राउंड स्थल पर ही एमआरएफ सेंटर का निर्माण करवाया गया है जिसमें शहर से संग्रहित किये हुए कचरे को अलग - अलग कर सेंटर पर लाकर मशीनों से  डिस्मेंटल किया जावेगा । अब बनाए गए भवन की गुणवत्ता पर सवाल उठ रहे हैं और सेंटर की दीवारों का प्लास्टर चंद महीने में ही झड़ने लगा है ।

लोगों ने बताया कि शेड के अंदर बनाए गए शौचालय सीट के फाउंडेशन में दरार आ गई है, दरवाजे के प्लास्टर की धार कोर झड़ चुकी है । यहा तक भवन के अंदर डाला गया फ्लोर भी घटिया तरीके से किया गया है। लोगों ने बताया कि फ्लोर के नीचे 40 एम एम का बेस डाला ही नही गया सीधे 20 एम एम से फ्लोर कांक्रीट कर दिया गया । मिस्त्री मजदूरों द्वारा लोहे की सरिया काटने पर ही कांक्रीट उखड़ने लग गया है । इससे अंदाज लगाया जा सकता है की भवन की गुणवत्ता कैसी होगी। यह गहन जाँच का विषय है।

- अधूरे कार्य को दिखा दिया पूर्ण...
इस सेंटर भवन में कई कार्य ऐसे हैं जिन्हें तोड़कर प्रशासन द्वारा एजेंसी से पुनः करवाए जाने की आवश्यकता है । और तो और भवन के अपूर्ण कार्य जैसे लोहे की कैचि रखने खड़े किए बिंबो पर प्लास्टर भी नहीं किया गया जबकि बिम्बो पर पुताई कर कार्य को पूर्ण बताया गया है ।

- लोगों की माँग सूक्ष्मता से हो जाँच...

ग्राम रमली के दिनेश, अशोक, अनिल आदि ने बताया भवन में रेत की जगह क्रेशर की डस्ट उपयोग की गई है वहीं सीमेंट भी कम मात्रा में डाली गई है और निर्माण कार्य की पर्याप्त तराई भी नहीं की गई । कार्य करने वाली एजेंसी ने अपनी मनमानी करते हुए घटिया निर्माण कार्य किया है। जिसकी जाँच किया जाना नितान्त आवश्यक है।

नवल-वर्मा-हेडलाईन-बैतूल  27 नवम्बर 2022