(बैतूल) गायत्री मंत्र से देवत्व की ओर : सूरत सिंह अमृते , - यज्ञ हमें जीना सिखाता है ...
बैतूलबाजार (हेडलाईन)/नवल-वर्मा । बुधवार बैतूलबाजार में शांतिकुंज हरिद्वार से आए कथा व्यास सूरत सिंह अमृते ने श्रीमद् प्रज्ञा पुराण कथा ने बताया गायत्री महामंत्र से मनुष्य में देवत्व का जागरण होता है अनगढ़ से सुगढ़ बनाता है। शास्त्र कहता है।
यज्ञोवै श्रेष्ठतम कर्माः यज्ञ से बढ़कर के कोई श्रेष्ठ कर्म नहीं है, यज्ञ हमको जीना सिखाता है। श्रेष्ठ कर्म करना सिखाता है, दीपक खुद जलता है और दूसरे को प्रकाश देता है । असली यज्ञ यही है जो बोएगा वही उसे मिलेगा।
कथा व्यास जी के इन विचारों को सुनकर बहुत सारे भाई बहनों ने संकल्प लिया कि हम भी एक दीपक बनेंगे । बहुत सारे लोगों ने नशा छोड़ा और इसमें आज बैतूल के सांसद माननीय दुर्गादास डी डी उइके एवं एस डी एम साहब ने इस कार्यक्रम में भाग लिया। भाजपा जिलाध्यक्ष आदित्य शुक्ल बबला ने सायं कालीन प्रज्ञा पुराण कथा की आरती ने पधारकर उत्साह वर्धन किया ।
यहां पर विराट 24 कुंडीय गायत्री महायज्ञ की पूर्णाहुति में हजारों लोगों ने आहुतियां समर्पित की। यहाँ विभिन्न संस्कार निःशुल्क कराए गए। संस्कार करवाने वाले परिजनों को यज्ञीय अनुशासन बताया गया जिससे उनका जीवन बदल सके।
कार्यक्रम को सफल बनाने वाले नगर के गणमान्य नागरिकों, श्रद्धालुओं, पत्रकारों, चिकित्सकों, अतिथियों, साउंड टेंट वाले मित्रो का जिला समन्वयक डॉ. कैलाश वर्मा ने आभार माना। शांतिकुंज की टोली द्वारा विभिन्न मंडलों का गठन कर गुरुदेव के विचारों को जन जन तक पहुंचाने का लक्ष्य दिया।
नवल-वर्मा-हेडलाईन-बैतूल 30 नवम्बर 2022