(बैतूल) राष्ट्रीय शिक्षा नीति में जीवन मूल्यों की शिक्षा समाहित है : शिरोमणि दुबे , - त्रिदिवसीय सम्भागीय प्राचार्य प्रशिक्षण भारत भारती में प्रारम्भ
बैतूल (हेडलाईन)/नवल-वर्मा । राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 को विद्यालयों में लागू करने के उद्देश्य से विद्या भारती देश भर में प्राचार्य, प्रधानाचार्यों व शिक्षकों के प्रशिक्षणों का आयोजन कर रही है । इसी क्रम में मध्यप्रदेश के भोपाल संभाग के प्राचार्य, प्रधानाचार्य का तीन दिवसीय प्रशिक्षण 1 से 3 दिसम्बर 2022 तक भारत भारती आवासीय विद्यालय में आयोजित किया जा रहा है।जिसमें भोपाल सम्भाग के आठ जिलों के 80 से अधिक विद्यालयों के प्राचार्य, प्रधानाचार्य सहभागिता कर रहे हैं।
प्रशिक्षण का विधिवत् शुभारम्भ अतिथियों द्वारा माँ सरस्वती का पूजन और वन्दना कर किया गया। उद्घाटन सत्र को संबोधित करते हुए सरस्वती विद्या प्रतिष्ठान के प्रादेशिक सचिव श्री शिरोमणि दुबे ने कहा कि हमें विद्या भारती के लक्ष्य के अनुरूप कक्षा कक्ष के अन्दर और बाहर अर्थात समाज में शिक्षा का आधुनिक व नया स्वरूप लेकर आना है। इस हेतु हमें कुछ नीतियाँ बनानी होती हैं। इस प्रकार के प्रशिक्षणों के माध्यम से सामूहिक रूप से विभिन्न वैकल्पिक नीतियों में से अधिक प्रभावी और श्रेष्ठ शैक्षिक विधियों, गतिविधियों का चुनाव कर उनका प्रायोगिक प्रदर्शन किया जायेगा और अपने विद्यालयों में क्रियान्वित किया जायेगा।
राष्ट्रीय शिक्षा नीति २०२० के विषय में बताते हुए श्री दुबे ने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति के अन्तर्गत मूलभूत चरण में पूर्व प्राथमिक से कक्षा 1 और 2 को रखा गया है, प्रारंभिक चरण में कक्षा 3 से 5, मध्य चरण में कक्षा 6 से 8 और माध्यमिक चरण में कक्षा 9 से 12वी को सम्मिलित किया गया है। इस नीति का उद्देश्य शैक्षिक क्षेत्र में भारत को वैश्विक महाशक्ति बनाना है और संपूर्ण भारत में शिक्षा का उचित स्तर प्रदान करना है जिससे शैक्षिक क्षेत्र की गुणवत्ता उच्च हो सके। भारत में बच्चों को तकनीकी तथा रचनात्मकता के साथ-साथ शिक्षा की गुणवत्ता का महत्व से अवगत कराना नई शिक्षा नीति का उद्देश्य है। भारत भारती विद्यालय में आयोजित इस तीन दिवसीय प्रशिक्षण में हम इन्ही शैक्षिक एवं सहशैक्षिक गतिविधियों के बारे में चिन्तन करेंगे।
विद्या भारती के प्रशिक्षण प्रमुख श्री राजेन्द्र परमार ने प्रशिक्षण की भूमिका रखते हुए कहा कि इस प्रशिक्षण में हम हृश्वक्क २०२० के 12 शैक्षिक एवं सहशैक्षिक विषयों से सम्बन्धित गतिविधियों में भाग लेंगे। जिसमें हमारे ज्ञान और गुणवत्ता का अवलोकन होगा और आगामी शिक्षा सत्र के लिए हमारी तैयारियों पर चर्चा होगी।
मंच पर विद्या भारती मध्य प्रान्त के प्रान्त प्रमुख डॉ. रामकुमार भावसार, प्रादेशिक सचिव शिरोमणि दुबे, सह प्रान्त प्रमुख चन्द्रहंस पाठक, जनजाति शिक्षा के क्षेत्र प्रमुख और भारत भारती शिक्षा समिति के सचिव मोहन नागर, जनजाति शिक्षा के राष्ट्रीय सहसंयोजक बुधपाल सिंह ठाकुर, नर्मदापुरम विभाग के समन्वयक सुनील दीक्षित उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन सिरोंज के प्राचार्य संजय पाराशर ने किया।
नवल-वर्मा-हेडलाईन-बैतूल 01 दिसम्बर 2022