(बैतूल) पं. प्रदीप मिश्रा के व्यंग्य से गायत्री परिवार के लाखों कार्यकर्ताओ में पनप रहा आक्रोश
बैतूल (हेडलाईन)। इस दिनों बैतूल में कथावाचक पंडित प्रदीप मिश्रा की कथा चल रही है। जिसमे लाखो लोग कथा श्रवण करने जा रहे है। इसी आयोजन में अखिल विश्व गायत्री परिवार के भी सैकड़ो परिजन भारतीय संस्कृति के निमित्त सेवा कार्य मे लगे थे। इसी बीच प्रदीप मिश्रा का एक वीडियो आंधी की तरह देश भर में वायरल हो गया जिसमें वे गायत्री परिवार के मूल मंत्र *हम सुधरेंगे, युग सुधरेगा।* *हम बदलेंगे, युग बदलेगा।।* वाक्य को मजाकिया लहजे में पेश किया गया जिससे कारण लाखो कार्यकर्ताओ में रोष व्याप्त है। कार्यकर्ताओ का कहना है कि यदि प्रदीप मिश्रा जी विद्वान है तो इन्हें गायत्री परिवार जैसी अन्तर्राष्ट्रीय संस्था पर ऐसी व्यंगात्मक बातें नहीं कहना चाहिए ।
अखिल विश्व गायत्री परिवार के द्वारा व्यक्ति निर्माण, परिवार निर्माण, समाज निर्माण, राष्ट्र उत्थान से लेकर शत सूत्रीय कार्ययोजना, सप्त क्रांति आंदोलन, पंच महाभियान, निर्मल गंगा जन अभियान, तरुमित्र तरु पुत्र, वृक्ष गंगा अभियान, व्यसन मुक्त भारत, भारतीय संस्कृति की ऋषि प्रणीत संस्कार परंपरा के पुनर्जीवन तथा भारतीय संस्कृति को विश्व संस्कृति बनाने के लिए जो सृजनात्मक कार्य किए जा रहे हैं। पहले वे इन कार्यो को भी देखे।
अखिल विश्व गायत्री परिवार के द्वारा किए जा रही सृजनात्मक गतिविधियों की जानकारी क्या आपको है?
गायत्री परिवार के जिला समन्वयक डॉ कैलाश वर्मा ने कहा कि गायत्री परिवार की सारी गतिविधियां पारदर्शी और रचनात्मक होती है। गुरुदेव श्री राम शर्मा आचार्य जी के ध्रुव वाक्य // *अपना सुधार संसार की सबसे बड़ी सेवा है* // के तहत सुधार की प्रक्रिया पूर्णतः वैज्ञानिक है। जो जैसा सोचता है वो वैसा बन जाता है । इस अवधारणा पर लाखों जीवनों का कायाकल्प हुआ है । 100 वर्षों से अधिक निरन्तर व्यक्ति निर्माण से राष्ट्र निर्माण की योजनाएं गायत्री परिवार द्वारा सफलतम रूप में चल रही है। ऐसे में किसी कथावाचक को हमारी संस्था पर आक्षेप करने का अधिकार नही है। पंडित मिश्रा को अपने इस कृत्य का स्पष्टीकरण देना चाहिए।
नवल-वर्मा-हेडलाईन-बैतूल 14 दिसम्बर 2022