बैतूल(हेडलाईन)/नवल-वर्मा । भीमपुर जनपद पंचायत में 10 लाख रूपये की लागत से वीडियो कान्फ्रेसिंग भवन निर्माण किया जा रहा है। 15 वें वित्त की राशि से हो रहे निर्माण में  ग्राम पंचायत भीमपुर को निर्माण एजेंसी बनाया है, लेकिन आरोप लग रहे हैं कि एई सियाकांत बरखाने खुद अघोषित रूप से ठेकेदारी का काम कर रहे हैं? अब आरोप कितना सच्चा है यह तो जांच से ही स्पष्ट हो सकता है? लेकिन जिस तरह से घटिया निर्माण हो रहा है उस पर जनपद सीईओ का मौन भी सवाल खड़े करता है। अभी कुछ समय पहले घटिया निर्माण को लेकर हल्ला मचा दिया था और उसके बाद से ही एई द्वारा निर्माण में अघोषित ठेकेदारी करने का आरोप लगना शुरू हुए थे। जनपद सीईओ का कहना है कि पहले भी जांच करवा चुके हैं और फिर से एई से जांच करवा लेंगे। वहीं एई का दावा है कि काम गुणवत्तापूर्ण है किसी भी एजेंसी से जांच करवा लें, लेकिन सबसे बड़ा सवाल यह है कि इस आरोप की जांच कौन करेगा कि एई साहब खुुद ठेकेदारी में रूचि ले रहे हैं ?

- रेत की जगह भसवा का कर रहे उपयोग...


जनपद के भवन निर्माण में उपयोग की जा रही रेत अत्यंत घटिया स्तर की है उसमें मिट्टी मिली है इस तरह की रेत को भसवा कहा जाता है। इसका उपयोग प्लास्टर में कतई नहीं किया जा सकता है। इसके बावजूद इस तरह की रेत से प्लॉस्टर होना ही बता रहा है कि कैसा काम हो रहा है।

- घटिया फ्लाईऐश छुपाने की कोशिश...


जनपद के भवन निर्माण में जिस फ्लाईऐश का उपयोग किया जा रहा है वह अपने आप टूट रही है। इस स्थिति को देखते हुए जुड़ाई के साथ ही तत्काल प्लास्टर भी किया जा रहा है। जिससे कि फ्लाईऐश टूटने को छुपाया जा सके। यह स्थिति बताती है कि किस तरह से घटिया काम हो रहा है।

- अनसर्टिफाईड सरिया का हो रहा उपयोग...
शासन ने उच्च गुणवत्ता के सरिया के लिए कुछ कंपनियों के सरिया को सर्टिफाईड किया है उनके अतिरिक्त कोई सरिया उपयोग नहीं किया जा सकता, लेकिन भीमपुर में इस नियम को भी ताक पर रखा जा रहा है? जहां 12 एमएम का सरिया उपयोग होना चाहिए था वहां 8-10 एम एम का सरिया चला रहे है?
नवल-वर्मा-हेडलाईन-बैतूल 14 दिसम्बर 2022