बैतूल(हेडलाईन)/नवल-वर्मा । आमला में पदस्थ सीडीपीओ चयेन्द्र बुड़ेकर को लोग भले ही "भुट्टाचोर" के नाम से बुलाते हों, लेकिन उन पर लगने वाले आरोप देखकर तो लगता है कि वे सबसे बड़े खिलाड़ी हैं ! यदि बड़े खिलाड़ी नहीं होते तो कलेक्टर की मंशा के विपरीत सीडीपीओ बनकर आमला में रह ही नहीं पाते। शशांक मिश्रा जैसा कलेक्टर उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाये, यह अपने आप में बड़ी बात है? तात्कालीन कलेक्टर शशांक मिश्रा के बाद भी तीन और कलेक्टर आकर चले गए, लेकिन किसी ने  भी इस विवादित अधिकारी को आमला से हटाने या उस पर ठोस कार्रवाई को लेकर कोई कदम नहीं उठाया! यह भी अपने आप में बड़ा सवाल है? लोगों का कहना है कि 16 एवं 17 जनवरी को भोपाल में होने वाली कलेक्टर-कमिश्रर कान्फ्रेंस में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को सीडीपीओ चयेन्द्र बुड़ेकर के बारे में पूछना जरूर चाहिए कि इतने लंबे समय से इतना विवादित अधिकारी एक ही जगह पर कैसे तैनात है? जो भी हो लेकिन इस तरह के अधिकारियों की वजह से  प्रशासन की छवि पर गंभीर प्रश्र चिन्ह लगता है और कलेक्टर जैसे अधिकारी की प्रशासनिक योग्यता पर भी बुड़ेकर जैसे अधिकारियों की वजह से सवाल खड़े होते है?

- आरोप 01: मोरखा में आंगनवाड़ी सहायिका की नियुक्ति में फर्जीवाड़ा...
 आमला सीडीपीओ चयेन्द्र बुड़ेकर पर आंगनवाड़ी केन्द्र मोरखा में आंगनवाड़ी सहायिका की नियुक्ति में फर्जीवाड़ा किए जाने का आरोप लगा है और इस आरोप को लेकर बताया गया कि अनुभव के आधार पर 10 अंक देकर फर्जी तरीके से नियुक्ति कर दी गई। इसके बाद जांच में नियुक्ति निरस्त की गई। 

- आरोप 02: आंगनवाड़ी केन्द्र जंबाड़ा में सहायिका की भर्ती में भी गोलमाल...
आंगनवाड़ी केन्द्र जंबाड़ा में हुई सहायिका की भर्ती में भी चयेन्द्र बुड़ेकर द्वारा गोलमाल किए जाने के आरोप लगे और शिकायत भी हुई है। इसमें श्रीमती सुरेखा वराठे ने आपत्ति ली है और शिकायत की है। अपनी शिकायत में उन्होंने भर्ती में नियम प्रक्रिया का पालन न करने का आरोप लगाया है।

- आरोप 03: फर्जी अंकसूची के बावजूद दी नियुक्ति और पद पर रखा है बरकरार...
सोनोली बुंडाला में पदस्थ आंगनवाड़ी सहायिका अंजली द्वारा फर्जी अंकसूची के आधार पर नौकरी हासिल करने और मामला उजागर होने के बाद तीन माह जेल काटने के बावजूद उन्हें पद पर बुड़ेकर द्वारा बरकरार रखा गया है इसको लेकर भी गंभीर आरोप है।

- भाजपा राज की देन है बुड़ेकर...
कांग्रेस नेता दिलीप पंडोले का कहना है कि भाजपा राज में इस तरह के भ्रष्ट अधिकारियों को खुला संरक्षण मिलता है, इसलिए इन्हें कलेक्टर के आदेश के बाद भी नहीं हटाया जाता है। 

- वर्तमान विधायक का है खुला संरक्षण...
कांग्रेस नेता अतुल शर्मा का कहना है कि जरूर भाजपा के विधायक का खुला संरक्षण होगा, तभी यह आमला में टिका हुआ है। वैसे भी भ्रष्ट अधिकारियों को भाजपा के नेताओं का संरक्षण रहता ही है।

- बेहद शर्मनाक स्थिति है...
वरिष्ठ पत्रकार आनंद सोनी का कहना है कि ऐसे अधिकारियों पर कोई कार्रवाई न होना शर्मनाक बात है। वर्तमान कलेक्टर को तत्काल ध्यान देना चाहिए, इससे उनकी भी इमेज खराब होती है।
नवल वर्मा हेडलाईन बैतूल 04 जनवरी 2023