(बैतूल) मुलताई में स्टील इंडस्ट्री लगाने के प्रयास में जुटे आरआईएनएल के स्वतंत्र निदेशक सुनील हिराणी,
- बैतूल से निकलता है लाखों टन स्क्रेप, बेरोजगारों को रोजगार भी मिलेगा 
बैतूल(हेडलाईन )/नवल-वर्मा । आदिवासी बाहुल्य एवं प्राकृतिक संसाधनों से भरपूर बैतूल जिले में अपार संभावनाएं हैं, लेकिन जनप्रतिनिधियों के ईमानदारी भरे प्रयासों में कमी की वजह से बैतूल को आजादी के 75 वर्ष बाद भी वह सब नहीं मिल पाया जिसका वह हकदार है। यहां के संसाधनों का दोहन तो होता रहा है, लेकिन उसका सीधा फायदा कभी जिले को नहीं मिला। अब जरुर वूडन क्लस्टर एवं अन्य माध्यमों से जिले के विकास की बात की जा रही है, इसी कड़ी में एक और प्रयास राष्ट्रीय इस्पात निगम लिमिडेट के स्वतंत्र निदेशक एवं जिले के सुप्रसिद्ध चार्टर्ड अकाउन्टेन्ट सुनील कुमार हिराणी द्वारा भी किया जा रहा है। उनका प्रयास है कि जल्द ही जिले की मुलताई तहसील में स्टील इंडस्ट्री लगाई जा सके। यदि यह इंडस्ट्री मुलताई में खुल जाती है तो हजारों बेरोजगारों को रोजगार तो मिलेगा ही साथ ही यहाँ से लाखों टन स्क्रेप जो बैतूल से नागपुर और रायपुर भेजा जाता है वह जिले में ही खप जाएगा। 

- आरआईएनएल के साथ हुई बातचीत...
राष्ट्रीय इस्पात निगम लिमिटेड (वीएसपी) की बोर्ड मीटिंग में आज जब श्री हिराणी मीटिंग में शामिल होने बैतूल से रवाना हुए तब उन्होंने इस मीटिंग के पूर्व सोशल मीडिया पर अपलोड अपनी एक पोस्ट के माध्यम से यह सार्वजनिक किया कि उनका प्रयास है कि अतिशीघ्र मुलताई में एक बडी़ इंडस्ट्री खुल सके। जिसके लिए उन्होंने पूर्व में आरआईएनएल के साथ इंडस्ट्री कैसे लगाई जा सकती है इस विषय पर चर्चा भी की है। 
श्री हिराणी के अनुसार इस बहुमुखी योजना को लेकर वे कंपनी के सीएमडी व अन्य कार्यकारी निदेशकों के साथ आगामी माह में इस्पात मंत्रालय से भी चर्चा करेंगे। 

- यह है मुलताई में स्टील इंडस्ट्री के लिए प्रयास की वजह ...
हेडलाईन से चर्चा के दौरान श्री हिराणी ने बताया कि मुलताई में स्टील इंडस्ट्री की काफी संभावनाएं है। यदि सांसद एवं अन्य जनप्रतिनिधि इस विषय पर सहयोग करें तो जल्द ही यह परिकल्पना साकार हो सकती है। मिनिस्ट्री से भी इस संबंध में क्लीयरेंस मिलना जरुरी है। यदि इंडस्ट्री के लिए संभावनाएं देखी जाएं तो मुलताई से नागपुर मात्र 130 किलोमीटर दूर है और आरआईएनएल की शाखा एवं यार्ड नागपुर में है। दूसरा कारण यह है कि बैतूल से भी प्रतिदिन टनों से स्क्रैप नागपुर एवं रायपुर भेजा जाता है। मुलताई में यदि स्टील इंडस्ट्री खुलती है तो इस स्क्रैप को यहीं खपा सकते हैं। यदि यह योजना सफल होती है तो लगभग 500 से 1000 बेरोजगारों के लिए भी रोजगार के द्वार भी खुल जाएंगे। इसी के साथ स्टील इंडस्ट्री से जुड़े अन्य व्यवसाय को भी गति मिलेगी। 

- आरआईएनएल में इंटर्नशिप के लिए बनेंगे मददगार...
छात्र-छात्राओं के लिए भी श्री हिराणी हमेशा ही मार्गदर्शक की भूमिका निभाते रहे हैं। एक बार फिर उनकी सकारात्मक सोच की वजह से इंजीनियरिंग कर रहे बच्चों को सुनहरा अवसर मिल सकता है। श्री हिराणी ने आरआईएनएल में इंजीनियरिंग तृतीय वर्ष पूरा करने के बाद इंटर्नशिप करने वाले विद्यार्थियों का भी सहयोग करने आश्वस्त किया है। ऐसे विद्यार्थी जिन्होंने इंजीनियरिंग तृतीय वर्ष कर लिया है और वे यदि आरआईएनएल में इंटर्नशिप करना चाहते है तो श्री हिराणी से सीधे सम्पर्क कर सकते हैं।
नवल-वर्मा-हेडलाईन-बैतूल  14 जून 2022