बैतूल (हेडलाइन)/ नवल वर्मा। आठनेर विकासखण्ड क्षेत्र के सुप्रसिद्ध श्री क्षेत्र महावीर देवस्थान हिवरा मां भवानी मंदिर में श्री शतचंडी महायज्ञ एवं माँ देवी भागवत की शुरुआत 22 मई से हुई। आठनेर नगर के माँ अम्बा देवी मन्दिर से मुख्य महंत श्री एवं आचार्य श्री द्वारा देवी माँ की पूजा अर्चना कर शुरुआत की गई । वहीं मंगलवार प्रातःकाल 9:30 बजे से मुख्य यज्ञाचार्य एवं आचार्य तथा विद्वान् ब्राह्मणों द्वारा मंत्रोच्चारण के साथ महायज्ञ के कुण्ड में अग्नि का प्रवेश हुआ। जिसके पश्चात विधिवत श्री शतचंडी महायज्ञ का शुभआरम्भ हुआ।

प्रतिदिन अब यहां पर स्थित यज्ञशाला में मंत्रोचारण के साथ हवन-पूजन और यज्ञ में आहुतियों के साथ ही श्री क्षेत्र सहित माँ ताप्ती एवं बैतूल जिले की सुख-समृद्धि के लिए कामना की जावेगी । श्री शतचंडी महायज्ञ महाराष्ट्र के विद्वान महन्तश्री द्वारा इस धार्मिक आयोजन में सम्पूर्ण विधि-विधान से पूजन कार्यक्रम सम्पन्न करवा रहे हैं । अतिप्राचीन धरोहर के रूप में सुप्रसिद्ध श्री क्षेत्र महावीर देवस्थान के माँ भवानी मंदिर हिवरा में विराजमान मां भवानी की अद्भुत चमत्कारी शक्तियों से आकर्षित होकर जिले भर के श्रद्धालु यहां प्रतिदिन पहुंचते हैं ।
गौरतलब है कि श्री शतचंडी महायज्ञ एवं देवी भागवत कथा आयोजन बैतूल जिले का सबसे बड़ा आयोजन हिवरा में मां भवानी मंदिर के पास किया जा रहा है, जिसको सफ़ल बनाने पूरे ज़िले सहित अन्यान्य जगहों से भी श्रद्धालु भी यहां इस सात दिवसीय आयोजन में पहुंचेंगे। यज्ञ आयोजन समिति ने समस्त धर्मप्रेमी बन्धु-बांधव-भगिनियों से इस महायज्ञ को सफलता प्रदान करने हेतु सपरिवार उपस्थिति की अपील की है।

- विधिविधान पूर्वक किये सभी अनुष्ठान...

सर्वप्रथम समस्त विद्वान आचार्यो द्वारा श्री शतचंडी महायज्ञ में मंगला चरण कर, गणपति पूजन, स्वस्ति वाचन, पुण्या वाचन, ब्राह्मण वरण, पृथिवी कूर्म देवता पूजन, कलश स्थापन, दीप देवता पूजन के साथ ही समस्त देवताओं का आह्वान एवं पीठ पूजन कर अग्नि देवता का प्रज्वलन मंत्रोच्चार द्वारा किया गया, वहीं सर्व शुद्धिकरण कर यज्ञ नारायण देवता की चंडी पाठ द्वारा आहुतियां समस्त यजमानो द्वारा विधिवत कराई गई । तदुपरांत श्रीमद महादेवी भागवत कथा का वाचन आचार्यश्री द्वारा किया गया। जिसका पुण्यलाभ सेकड़ो लोगों प्राप्त हुआ।

- यज्ञ में पहली आहुति के साथ ही मिले शुभ संकेत ...
- श्री शतचंडी महायज्ञ का मंगलवार सुबह शुभ आरम्भ हुआ। महायज्ञ में अग्नि प्रज्ज्वलन के साथ जैसे ही पहली आहुति डाली गई वैसे ही वरुण देवता प्रसन्न हो गये और बारिश की बूंदो से यज्ञ स्थल को नमी से सराबोर कर दिया। मुख्य यज्ञाचार्य ने अपने वक़्तव्य में कहा कि यह अति शुभ संकेत है कि पहली आहुति के साथ ही बारिश का होना हिवरा वासियों सहित बैतूल जिले के लिये परम सौभाग्य का विषय है। उन्होंने बताया कि आनेवाले कल को यह श्री क्षेत्र माँ ताप्ती और बैतूल जिले सहित प्रदेश एवं देश में  अपना वर्चस्व क़ायम करेगा।
नवल वर्मा हेडलाइन बैतूल 23 मई 2023