(बैतूल) रक्त के विभिन्न घटकों के पृथक्करण के लिये पाढर हास्पिटल को मिली बडी़ सौगात,
- जापानी दूतावास से ग्रांट्स फार ग्रासरूट प्रोजेक्ट के तहत मिली सहायता,
- जापान के काउंसल जनरल डॉ. यासुकाता फुकाहोरी एवं काउंसल फॉर कल्चर एंड इनफार्मेशन के नोरिताका ताउची तथा पाढर हास्पिटल के मेडिकल सुपरिटेन्डेन्ट डा. राजीव चौधरी के मध्य हुआ अनुबन्ध का आदान-प्रदान

बैतूल (हेडलाईन)/ नवल-वर्मा । मुंबई स्थित जापानी दूतावास द्वारा पाढर चिकित्सालय को हर्मोनिक्स स्काल्पल एवं रक्त घटकों को प्रथक करने हेतु उपकरण प्रदान करने हेतु सहयोग दिया जा रहा है । सोमवार 21 को इसी तारतम्य में एक हस्ताक्षर समारोह पाढर अस्पताल में आयोजित किया गया । इस समारोह में जापान के काउंसल जनरल माननीय डॉ. यासुकाता फुकाहोरी एवं काउंसल फॉर कल्चर एंड इनफार्मेशन के नोरिताका ताउची उपस्थित हुए ।
 इस कार्यक्रम में मध्य प्रदेश के बैतूल हरदा हरसूद सांसद डी. डी. उइके की भी उपस्थिति रही ।
माननीय डॉ. यासुकाता फुकाहोरी ने अपने उद्बोधन में पाढर चिकित्सालय के कार्य तथा मानवजाति के लिए अपनी सेवाएँ विशेष करके गरीबी रेखा के नीचे जीवन यापन करने वाले बीमारों हेतु बहुत सराहा गया तथा भविष्य में भी निरंतर सहायता प्रदान करते रहने का भरोसा दिया । उन्होंने इस भारतीय-जापानी संबंध पर अपनी उत्सुकता जताई 
श्री ताउची ने अपने उद्बोधन में कहा कि वे हमेशा इस प्रकार के सहयोग के लिए तत्पर रहते हैं तथा भारत में इस प्रकार के सहयोग के चयन एवं अंतिम रूप प्रदान करने के लिए विभिन्न क्राइटेरिया भी बताये । यह परियोजना ग्रांट फॉर द ग्रासरूट प्रोजेक्ट के तहत जापान की सरकार एवं नागरिकों के द्वारा गरीब एवं जरुरतमंदों  की सहायता हेतु प्रदान किया गया है ।
इस अवसर पर सांसद डी. डी. उइके ने रक्त के विभिन्न घटकों की महत्वपूर्णता तथा जरुरत के समय उनकी आवश्यकता पर जानकारी दी, उन्होंने इस पाढर अस्पताल की भारतीय-जापानी संबंध को बहुत सराहा तथा जापानी अतिथियों को इस सराहनीय योगदान के लिये धन्यवाद ज्ञापित किया, उन्होंने  कहा कि भारत के इस हिस्से के गरीब एवं जरुरतमंदों के लिए यह एक बहुत बड़ा योगदान है, तथा उन्होंने राष्ट्रीय स्तर पर भारतीय-जापानी राजनयिक सम्बन्धों के बारे में भी चर्चा की।
वहीं डॉ. राजीव चौधरी, मेडिकल सुपरिंटेंडेंट द्वारा पाढर अस्पताल की ओर से उपस्थित अतिथियों को इस सहायता हेतु अपना धन्यवाद प्रेषित किया । उन्होंने कहा कि इस सहायता के द्वारा बहुत से गरीब एवं जरुरतमंदों की जाने बचायी जा सकेंगी । उन्होंने अपने वक्तव्य में सात वर्ष पूर्व जापानी दूतावास द्वारा ऑक्सीजन प्लांट तथा ICU तथा NICU के नवीनीकरण में अतुलनीय सहायता का भी उल्लेख किया और किस प्रकार इससे बहुत से मरीजों की जान बचाई गई वह भी बताया । उन्होंने तीन प्रेजेंटेशन बताये जिसमें पूर्व में प्रदान किये गए ऑक्सीजन प्लांट तथा इससे गरीब एवं जरुरतमंदों की सहायता, रक्त के विभिन घटकों एवं उनकी महत्त्वपूर्णता तथा हर्मोनिक्स-स्काल्पल का महत्वूर्ण उपयोग तथा उसे शल्यक्रिया में सहायता आदि पर विचार प्रस्तुत किये गए ।


इसके साथ ही अनुबंध पर हस्ताक्षर किये गए एवं फाइलों का आदान प्रदान माननीय डॉ. यासुकाता फुकाहोरी तथा डॉ. राजीव चौधरी के बीच किया गया ।
वहीं अंत में संदीप परमार्थ के द्वारा प्रार्थना के साथ यह कार्यक्रम सफलतापूर्वक सम्पादित किया गया ।
नवल-वर्मा-हेडलाईन-बैतूल  21 फरवरी 2022