(बैतूल) फुल लोड पर नहीं चला रहे पावर हाउस, - 1500 करोड़ का नुकसान, - खुलासा: एक रिटायर्ड मुख्य अभियंता ने अपने अनुसंधान से खोली पोल
(बैतूल) फुल लोड पर नहीं चला रहे पावर हाउस, - 1500 करोड़ का नुकसान,
- खुलासा: एक रिटायर्ड मुख्य अभियंता ने अपने अनुसंधान से खोली पोल
बैतूल(हेडलाईन)/नवल-वर्मा । म.प्र. पावर जनरेटिंग कंपनी को वित्तीय वर्ष 2021-22 में 1500 करोड़ से ज्यादा का नुकसान हुआ है और इसका कारण यह है कि प्रत्येक ताप एवं जल बिजली घर का पृथक-पृथक बिजली उत्पादन के लिए उपलब्धता तथा नियत प्रभार तय किया जाता है, लेकिन कुप्रबंधन की वजह से उस उपलब्धता और नियत प्रभार पर ताप विद्युत ग्रहों का संचालन नहीं किया जा रहा है जिससे सरकार को नुकसान हो ही रहा है।
वहीं उपभोक्ताओं को भी महंगी बिजली खरीदनी पड़ रही है, क्योंंकि सरकार को प्रायवेट विद्युत कंपनियों और एनटीपीसी से महंगी बिजली खरीदना पड़ रही है। यह सब खुलासा रिटायर्ड मुख्य अभियंता मप्र पावर जनरेटिंग कंपनी राजेन्द्र अग्रवाल ने अपने एक अनुसंधान के आधार पर किया है। हालांकि उन्होंने जो तथ्य पेश किए है उसकी आधिकारिक पुरिूष्ट नहीं हो रही है, लेकिन यह एक गंभीर मसला है इसलिए जांच होना चाहिए।
- यह बताए अनुसंधान के आधार पर नुकसान के फैक्ट...
1 - ताप एवं जल बिजली घर का पृथक-पृथक बिजली उत्पादन के लिए उपलब्धता एवं नियत प्रभार तय किया जाता है, जो कि बिजली घर की पूंजीगत लागत एवं अन्य खर्चों के आधार पर तय होता है।
2 - निर्धारित उपलब्धता प्राप्त करने पर संपूर्ण नियत प्रभार का भुगतान मप्र पावर जनरेटिंग कंपनी द्वारा किया जाता है। वित्तीय वर्ष 2021-22 हेतु विद्युत नियामक आयोग द्वारा कुल 4935.18 करोड़ नियत प्रभार के रूप में निर्धारित किया गया था।
3 - पावर जनरेटिंग कंपनी में व्याप्त कुप्रबंधन, लापरवाही, मनमर्जी के चलते मात्र 710 मेगावॉट क्षमता के दो छोटे बिजली घरों पर ही निर्धारित क्षमता को प्राप्त कर तय नियत प्रभार का भुगतान पा सकें हैं।
4 - शेष 4670 मेगावॉट क्षमता के बिजली घर आयोग द्वारा निर्धारित उपलब्धता को पाने में असफल रहे और इसलिए लगभग 1500 करोड़ रूपये की ज्यादा राशि का नुकसान कंपनी को उठाना पड़ा।
5 - वहीं एनटीपीसी पश्चिम के सभी ताप विद्युत ग्रह केन्द्रीय विद्युत नियामक आयोग द्वारा निर्धारित मानक उपलब्धता को प्राप्त करने में सफल रहे।
6 - कंपनी के वर्तमान प्रबंधक संचालक अवैधानिक पदस्थापना भी उपरोक्त नुकसान का एक बडा कारण है जिसके संबंध में पूर्व भी बताया जा चुका है।
नवल-वर्मा-हेडलाईन-बैतूल 23 अप्रैल 2022