(बैतूल) पिछले सीजन में फूटा भीवपुर का चेक डेम मरम्मत के बाद इस बारिश में भी ध्वस्त, किसानों के खेत तबाह, - फिर फूट गया आरईएस का पाप..!
(बैतूल) पिछले सीजन में फूटा भीवपुर का चेक डेम मरम्मत के बाद इस बारिश में भी ध्वस्त, किसानों के खेत तबाह,
- फिर फूट गया आरईएस का पाप..!
बैतूल ( हेडलाईन )/नवल-वर्मा । आरईएस के बनाए हुए डेम और चेक डेम पिछली बारिश में भी ध्वस्त हुए थे और इस बारिश में तो सिलसिला ही चल पड़ा है। बताया गया कि कोयलारी पंचायत के भीवापुर में आरईएस के 10 लाख का चेक डेम ध्वस्त हो गया है जिससे किसानों की फसल भी तबाह हुई है और वे मुआवजा मांग रहे हैं। यह वही चेक डेम है जो पिछली बारिश में फूटा था और उसकी जांच भी हुई थी, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। केवल चेक डेम की मरम्मत कर दी गई। इस सीजन में फिर यह चेक डेम ध्वस्त हो गया है। आरईएस के बनाए हुए डेम, तालाब आदि की जाँच होना जरूरी है। यह सब निर्माण मनरेगा से हुए है और इसमें धड़ल्ले से मशीनें चली है। खुला भ्रष्टाचार हुआ है। ब्लाक में संबंधित उपयंत्री विजय उईके 10 वर्षों से पदस्थ हैं। जिसकी जांच राजेन्द्र गजभिए ने की थी, लेकिन मामले में कुछ नहीं हुआ। सीईओ केपी राजौरिया द्वारा आज कहा गया है की संबंधित उपयंत्री विजय उईके से स्पष्टीकरण मांगा जाएगा।
आठनेर ब्लाक क्षेत्र में हुई 4 अगस्त की मूसलाधार बारिश ने आरईएस पंचायत द्वारा बनाएं गए चेक डैम निर्माण की खोल दी है और डेम पूरी तरह घुटने के बाद लगभग 5 से अधिक किसानों के खेत की फसल बर्बाद हो गई है शुक्रवार को जानकारी मिलने के बाद ग्राम पंचायत सचिव एवं क्षेत्रीय पटवारी मौका स्थल पहुंचकर नुकसान का आंकलन करने में लगे हैं ताजा जानकारी के अनुसार उक्त डैम का निर्माण तकनीकी अमले की ओर से जनपद के उपयंत्री विजय उईके द्वारा किया गया था ग्रामीणों ने बताया है कि यहां पर पूरी तरह से तकनीकी अमला जिम्मेदार है लगभग 10 लाख से अधिक राशि से स्वीकृत उक्त डैम बारिश में पूरी तरह बर्बाद हो गया है ग्रामीणों का कहना है कि तकनीकी अमले के वजह से निर्माण कार्य घटिया हुआ था इधर पंचायत की ओर से भी नवनिर्वाचित सरपंच लगातार मामले की जांच कराने में जुटे हुए हैं।
- डैम निर्माण में तकनीकी अमले की लापरवाही उजागर...
गांव भीवपुर की एक नदी जयोत कौल पर यह निर्माण किया गया था महज 1 वर्ष के बाद पूरा टाइम बर्बाद हो गया लाखों रुपए भी शासन के बर्बाद हो गए यहां तक कि तकनीकी अमले के देखरेख में बनाए गए इस डैम में पूरी तरह से तकनीकी हमला जिम्मेदार है तकनीकी हमले की लापरवाही का खामियाजा सभी किसान आज भुगत रहे।
- पीडि़त किसान मांग रहे मुआवजा...
डैम बहने के बाद संबंधित आसपास के किसान बर्बाद हुई फसल का मुआवजा मांग रहे हैं सभी पीडि़त किसानों का कहना है कि दिन में पूरी तरह फसल बर्बाद हो गई है डेम की दीवार बनने के बाद किसानों के खेत में पानी जमा हो गया है और फसल पूरी तरह बर्बाद हो गई है।
नवल-वर्मा-हेडलाईन-बैतूल 08 अगस्त 2022