(बैतूल) अवैध ही सही पर रेत उपलब्ध कराने के लिए खनिज अधिकारी, खनिज निरीक्षक,एसडीओपी सारनी,टीआई सारनी और रानीपुर टीआई का बैतूल की जनता मानती है ह्दय से आभार..! ,


- शीतला कंस्ट्रक्शन का रेत से भरे डम्पर जब्त होने के मामले में अलग-अलग बयान खड़े कर रहे सवाल ,

- कोई कागजात ही नहीं दिखाए : कोतवाल ,

- डिंढोरी की रायल्टी दिखाई : डम्पर मालिक ,

- निरीक्षक को कार्रवाई के लिए कहा: एमओ ,

मुझे तो  किसी ने कुछ नहीं कहा है: एमआई ,

- झूठ बोले कौआ काटे... काले कौए से डरियो...

बैतूल (हेडलाईन) / नवल-वर्मा । कोतवाली पुलिस ने एक डम्पर क्रमांक एमपी 48 - एच - 1215 डम्पर जब्त किया इसमें रेत भरी हुई थी और पुलिस के मुताबिक डम्पर में किसी तरह के रायल्टी के कागजात नहीं थे। पुलिस ने डम्पर कोतवाली में लाकर खड़ा करवाया और पुलिस के मुताबिक कार्रवाई के लिए खनिज विभाग को सूचना दे दी। मामले में खास पहलू यह है कि डम्पर मालिक डिंडोरी की रायल्टी होना बता रहा है वहीं अब बड़ा सवाल यह है कि कहां बैतूल और कहां रहा डिंडोरी वह फिर भी वहां से रेत ले आया?
 इससे स्पष्ट है कि खनन बैतूल जिले में ही हुआ है पर रायल्टी डिंडोरी की उपयोग कर रहे हैं और सूत्र बताते है कि रेत के लिए हाय-हाय मचा रही बैतूल की जनता को अवैध रूपसे ही सही रेत उपलब्ध कराने में  खनिज अधिकारी, खनिज निरीक्षक सहित सारनी एसडीओपी, सारनी टीआई और रानीपुर टीआई देशभक्ति - जनसेवा की भावना से पूरी मदद कर रहे हैं।

- कौन सच्चा, कौन झूठा अब आप ही देख लो कलेक्टर साहब...

- इनका कहना ...
चिखलार के पास मैंने ही डम्पर पकड़ा : अपाला सिंह 
- उक्त डम्पर मैंने ही चिखलार में पकड़ा था। कागज मांगे तो कोई कागज नहीं दिखाए। मौखिक बता रहा था कि डिंढोरी की रायल्टी है। खनिज विभाग को मामला दे दिया है।

- रानीपुर के पास पुलिस ने डम्पर पकड़ा : रवि राठौर 
- मेरा डम्पर डिंडोरी से रेत लेकर आ रहा था। पुलिस ने रानीपुर के पास पकड़ा है। मेरे पास डिंडोरी की रायल्टी थी फिर भी डम्पर थाने में खड़ा करवा दिया।

- कार्रवाई के लिए निरीक्षक को कहा : ज्ञानेश्वर तिवारी
- पुलिस से मिली जानकारी के आधार पर खनिज निरीक्षक भगवत नागवंशी को कार्रवाई के लिए कहा गया है। बाकी जानकारी वही आपको बता पाएंगे।

- मुझे खनिज अधिकारी ने कुछ नहीं कहा : भगवत नागवंशी 
- किसी डम्पर के मामले में कार्रवाई करने को लेकर मेरे पास कोई जानकारी नहीं है और मुझे कुछ पता ही नहीं है। खनिज अधिकारी ने भी मुझसे कुछ नहीं कहा।

- इधर...जिला कांग्रेस कार्यवाहक अध्यक्ष ने रेत संकट पर भाजपा विधायक और कलेक्टर को लिया आड़े हाथों...
- जिले में रेत के संकट के लिए केवल और केवल प्रशासन और सत्ता पक्ष ही जिम्मेदार है। रेत संकट की वजह से निर्माण से जुड़े मजदूर वर्ग के सामने आर्थिक संकट खड़ा हो गया है इससे दिवाली जैसे पर्व पर बाजार में पैसा नहीं होगा इससे व्यापार भी प्रभावित होगा। यह बात कांग्रेस के कार्यवाहक अध्यक्ष हेमंत वागद्रे ने कही है। उनका कहना है कि रेत ठेकेदार का जो सत्ता पक्ष से लोकल राजनैतिक गठजोड़ है उसकी वजह से प्रशासन ने अपनी भूमिका का नियम अनुसार निर्वहन नहीं किया, जिससे रेत ठेके का मामला कोर्ट कचहरी में उलझ गया।

हेमंत वागद्रे ने व्यंग्य करते हुए कहा कि "संजीवनी रेत बैतूल के मजदूर वर्ग की दीपावली काली कर रही"।

उन्होंने भाजपाईयों को चुनौती देते हुए कहा कि कांग्रेस सरकार में जिस तरह महंगी रेत को लेकर हल्ला मचाते थे उसी तरह अब सड़क पर उतरकर दिखाएँ। उनका कहना है कि ठेकेदार ने टेंडर भरने में जो गलती और उस गलती से वह टेंडर निरस्त होता है तो उसे अमानत राशि के 6 करोड़ का नुकसान होता। इस नुकसान को बचाने के लिए एक भाजपा विधायक के दबाव में कलेक्टर और खनिज अधिकारी ने पूरे मामले को ऐसा उलझा दिया कि खदान ही नहीं खुल पा रही। खदाने न खुलने से निर्माण से जुड़े तमाम व्यवसाय ठप्प पड गए हैं। जिसका असर दीपावली जैसे पर्व पर सीधे तौर पर पड़ेगा। जब खदान कोर्ट के चक्कर में उलझ गई तब भी प्रशासन ने कोई अन्य विकल्प उपलब्ध कराने में रुचि नहीं ली।

उनका कहना है कि जब यह स्पष्ट हो गया था कि टेंडर में गलती हुई है तो प्रशासन को उक्त टेंडर तत्काल निरस्त कर नए टेंडर लगाना चाहिए थे पर ऐसा नही किया गया। उन्होंने कहा कि रेत की वजह से जो स्थिति बन रही है उस का कांग्रेस हर स्तर पर विरोध करेगी और आंदोलन भी करेगी।
नवल-वर्मा-हेडलाईन-बैतूल  09 अक्टूबर 2022