बैतूल (हेडलाइन)/नवल वर्मा। जिले के इतिहास में पहली बार माँ तुलजा भवानी और वीर छत्रपति शिवाजी राजे महाराज की जीवंत झांकी के साथ माता हिवरा भवानी की विशाल चुनरी यात्रा एवम शतचंडी महायज्ञ आह्वान यात्रा बैतूल के पंचमुखी शिवमंदिर से निकाली गई। इस चुनरी यात्रा में हजारों की संख्या में भक्त शामिल हुए, जो मां शक्ति के जयकारे लगा रहे थे। भक्तों ने सबसे पहले पंचमुखी शिव मंदिर पहुंचकर माता की पूजा अर्चना की और मां शक्ति के जयकारे लगाए।

ढोल ढमाकों के साथ युवाओं की टोली माता के जयकारे लगाते हाथों में ध्वज लेकर चल रही थी। चुनरी यात्रा बैतूल नगर के सदर क्षेत्र स्थित पंचमुखी शिव मंदिर, गेंदा चौक से प्रारंभ हुआ थी जो कारगिल चौक, बच्चा जेल चौक, हनुमान मंदिर टिकारी, महाकाल चौक कोतवाली, लल्ली चौक, बस स्टेंड, शिवाजी चौक, बिजासनी माता मंदिर , शनि मंदिर गंज, विश्वकर्मा मंदिर, गुरुद्वारा रोड, से बडोरा चौक भ्रमण करते हुए आठनेर हिवरा के लिए रवाना हुई। मूर्तिकार धीरज बेदरकर एवम पंडित हेमंत (सोनू) पात्रीकर ने बताया कि बैतूल जिले में पहली बार माता तुलजा भवानी एवम छत्रपति वीर शिवाजी राजे महाराज की मूर्ति बनी और उनकी जीवंत झांकी बैतूलवासियों को प्रत्यक्ष देखने को मिली ।
शाम लगभग साढ़े आठ बजे चुनरी यात्रा हिवरा धाम पहुंची जहां पर शतचंडी महायज्ञ किया जायेगा। वहीं इसके बाद माता के धाम में महाआरती का आयोजन किया गया, जिसमें सैकड़ों की संख्या में भक्तों ने शामिल होकर मां आदिशक्ति के दर्शन किए। जैसे ही बैतूल शहर के बाद चुनरी यात्रा का काफिला हिवरा के लिए रवाना हुआ जिसका जगह-जगह विभिन्न ग्रामों में स्वागत हुआ, वहीं आठनेर में भी इस यात्रा से पूरा माहौल भगवामय हो गया।
नवल वर्मा हेडलाइन बैतूल 22 मार्च 2023