बैतूल (हेडलाइन)/नवल वर्मा। भग्गूढाना विनोबा नगर में जो फर्जीवाड़ा सामने आ रहा है उसको लेकर निर्मला सराटकर का ही आरोप है कि उक्त खसरे में 190 आरे जमीन उपलब्ध है, लेकिन 235 आरे जमीन की रजिस्ट्री कर दी गई और अभी भी उक्त बही में 4 आरे जमीन बाकी है जिसमें 16-17 वारसान भी है। इस तरह से यह अपने आप में एक बड़ा फर्जीवाड़ा है और जिला मुख्यालय पर एक व्यस्त इलाके का फर्जीवाड़ा है, इसके बावजूद इसकी न तो विधिवत जांच हो रही है और न ही कानून सम्मत कार्रवाई हो रही है। मामले में बताया गया कि शिकायत और खबरें छपने से आहूजा ब्रदर्स बौखला गए है और सोशल मीडिया पर अनर्गल प्रलाप करते नजर आ रहे है। यह सब स्थिति इसलिए बन रही है कि मामले में विधिवत जांच नहीं हुई है और यहां पर पिछले दो दशक में जो पटवारी रहे है उनकी भूमिका भी संदिग्ध रही है। 
भग्गूढाना की इस जमीन को लेकर वैसे ही तमाम तरह के विवाद है। इन विवादों के बावजूद यदि जांच नहीं होती है तो सवाल उठना लाजमी है। बताया गया कि रूपेश आहूजा ने गंगा का मुख्तयार बनकर जो रजिस्ट्री करवाई है उसमें से जो दो-तीन उसके सामाजिक या रिश्तेदार बताए जाते है। उनकी बही बनने की जानकारी सामने आ रही है, लेकिन अन्य की कोई बही नहीं बनी है और नही किसी का नामांतरण हो रहा है। जिन लोगों ने वहां प्लॉट खरीदा है उनका कहना है कि पटवारी द्वारा स्पष्ट रूप से कहा गया है कि मौके पर कोई जमीन ही नहंी है तो कहां से बही बना दे या नामांतरण कर दें।
इस मामले में रूपेश आहूजा के भाई मनोज कालू आहूजा ने व्हाटसएप गु्रप में लिखा है कि इसके पूरे डाक्यूमेंट हमारे पक्ष में है। हमने किसी प्रकार की कोई गलती नहंी की है। क्योंकि हमारे पास पेपर के अनुसार सब सबूत है। उनकी रजिस्ट्री बुलाकर उसे पढ़ लो कि मौके पर पजेशन प्राप्त किया और आज भी इनके पास प्लॉट उपलब्ध है। मनोज कालू आहूजा के इस कथित जवाब को लेकर निर्मला सराटकर, व्यास मुनि का कहना है कि जिस प्लॉट की रजिस्ट्री की गई है उसका नामांतरण करवा दे हम उनके आभारी रहेंगे । वे इस तरह की झूठी लफ्फाजी नहीं करें।

- इनका कहना...
मौके पर जमीन न होने के बावजूद रजिस्ट्री करना ही अपने आप में धोखाधड़ी है। जो भी पीडि़त है वो सामने आकर शिकायत करें। जांच कराकर कार्रवाई करेंगे।
- जयप्रकाश सैयाम, एडीएम, बैतूल।

- जिस तरह का मामला बताया जा रहा है और उसकी जो शिकायत है, उससे तो साफ नजर आ रहा है कि यह खुली धोखाधड़ी है और 420 का मामला है। वहीं सोश्यल मीडिया पर कुछ भी बेबुनियाद लिखना भी अपराध की श्रेणी में आता है।
- नीरज सोनी, एएसपी, बैतूल।
नवल वर्मा हेडलाइन बैतूल 19 सितंबर 2023