(बैतूल) पानी रोकने में सैंकड़ों श्रमदानियों ने किया श्रमदान , 

- जनजाति शिक्षा के मार्गदर्शन में असाड़ी मड़देव में बनाया 300 बोरियों से बन्धान ,

- जन संघर्ष रोकना है तो करें जल संरक्षण- मोहन नागर

बैतूल (हेडलाइन)/नवल वर्मा। विद्या भारती जनजाति शिक्षा व भारत भारती के द्वारा जिले में मनाये जा रहे जल महोत्सव के अन्तर्गत गुरुवार को चिचोली ब्लाक के प्रसिद्ध तीर्थस्थल मड़देव पर बहते पानी को रोकने हेतु सैंकड़ों श्रमदानियों ने बोरी बन्धान बनाकर पानी रोका ।
बोरी बन्धान हेतु विद्या भारती जनजाति शिक्षा के कार्यकर्ता व ग्रामवासियों ने मिलकर नदी की रेत से बोरियाँ भरकर बहते पानी में दो बोरियों की कतार लगाई तथा बीच में काली मिट्टी डालकर तीन सौ से अधिक बोरियों का बन्धान बनाया । चालीस फुट लम्बे व चार फुट ऊँचे इस बन्धान के बन जाने से आगामी शिवरात्रि पर लगने वाले मेले में पानी की कमी नहीं आयेगी । 
इस अवसर पर आयोजित श्रमदानियों की जल चौपाल को सम्बोधित करते हुए जल प्रहरी मोहन नागर ने कहा कि विश्व मे सबसे अधिक संघर्ष पानी के लिए ही हो रहा है । धरती का जल धीरे-धीरे समाप्त हो रहा है तथा जल की आवश्यकता बढ़ती जा रही है । अगर वर्षाजल का ठीक तरह से प्रबन्धन नहीं किया गया तो आगामी दशकों में समाज को भीषण जल संकट का सामना करना पड़ेगा । उन्होंने कहा कि पानी की पहली बूँद जहाँ गिरे वहीं उसे धरती के पेट में उतारने का कार्य ही सर्वश्रेष्ठ जल प्रबन्धन है । पानी रोकने के छोटे-छोटे प्रयासों के द्वारा बैतूल का जनजाति समाज पूरे विश्व को जल प्रबन्धन के गुर सिखा रहा है । उन्होंने कहा कि अगर हमें आगामी संघर्ष रोकना है तो जल संरक्षण करना ही होगा ।
भाऊराव देवरस सेवा न्यास भोपाल के सचिव श्री हरीश शर्मा ने जल संरक्षण के इस अभियान की प्रशंसा की ।
कार्यक्रम का संचालन श्री बाजीराम यादव ने किया व आभार असाड़ी के सरपंच कन्हैया लाल वटी ने माना ।
दो घण्टे के श्रमदान में सर्वश्री रूप सिंह जी लोहाने प्रांत प्रमुख जनजाति क्षेत्र की शिक्षा, कन्हैया लाल जी वटी सरपंच आसाडी, नागोराव सिरसाम जिला प्रमुख बैतूल, अश्विनराठौर मंडल महामंत्री, जयप्रकाश शुक्ला, संजू कवडे, राम सिंह गजाम, जमदुसिंह आहाके, विकास विश्वास, दिनेश यादव, पुष्पा वटके, रामलाल परते, धरमू परते, विनोद धुर्वे, राम सिंह उईके,प्रियंका पन्द्राम ,कुसुम मर्सकोले ,शिवरती परते , विनोद धुर्वे , रामसिंह उइके ,बलवंत इवने,सुनीता धुर्वे , प्रियाराठौर ,पूजाराठौर ,फूलचंद वाडिवा ,पंकज यादव, दीपक इवने , रेखा यादव , ढ्ल्लू उइके , रमेश धुर्वे ,पूनम अहाके ,जयराम यादव ,सुनीता यादव ,माला बिश्वकर्मा, सुखदेव यादव, होलिका उइके, अंकिता कवड़े, चांदनी कुमरे, कल्पना खादीपुरे ,कौशल्या धुर्वे, सलोनी तेम्रवाल, ठुर्गा इवने, पिन्दू इवने, भावना इवने सहित आसपास के ग्रामों के सैंकडों श्रमदानियों ने सहभागिता की । बारी बन्धान के पश्चात मन्दिर परिसर की स्वच्छता भी की गई ।
नवल वर्मा हेडलाइन बैतूल 19 जनवरी 2024