बैतूल(हेडलाइन)/नवल वर्मा। जब विधायक हेमंत खण्डेलवाल को लोकसभा चुनाव में चुनाव प्रबंध समिति की कमान सौंपी तभी इस बात के संकेत मिल गए थे कि जल्द ही भाजपा में उन्हें बड़ा मुकाम मिलने वाला है। इसके बाद जब भाजपा में चार माह पहले प्रदेश अध्यक्ष पद की कवायद शुरू हुई थी तब यह स्पष्ट हो चुका था कि हेमंत खण्डेलवाल ही भाजपा के नए प्रदेश अध्यक्ष बनेंगे। दरअसल राष्ट्रीय अध्यक्ष को लेकर संघ और भाजपा नेतृत्व में समन्वय ना हो पाने के कारण मध्यप्रदेश सहित अन्य प्रदेशों में प्रदेश अध्यक्ष का निर्वाचन टल गया था इसलिए हेमंत खण्डेलवाल के भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बनने में थोड़ा समय लग गया। जो भाजपा की राजनीति को जानते है उनका कहना है कि प्रदेश अध्यक्ष की प्रक्रिया और घोषणा में ही समय लगा अन्यथा भाजपा आलाकमान पहले ही तय कर चुका था कि मध्यप्रदेश भाजपा का प्रदेश अध्यक्ष कौन होगा। हेमंत खण्डेलवाल ने विधायक बनने के बाद लोकसभा चुनाव के दौरान अपनी सहज कार्यशैली और संगठन को व्यवहार कुशलता से साधने की कला से मुख्यमंत्री मोहन यादव को भी प्रभावित कर दिया था। मुख्यमंत्री मोहन यादव को यह बात अच्छे से समझ आ गई थी कि यह व्यक्ति प्रदेश अध्यक्ष बनता है तो सरकार के लिए संगठन के साथ बेहतर तालमेल और समन्वय बनाना आसान होगा। वैसे मोहन यादव को सीएम पद तक ले जाने वाले संघ के सुरेश सोनी और सौदान सिंह वर्षो से हेमंत खण्डेलवाल की काबिलियत को बखूबी जानते थे इसलिए उन्होंने मप्र की भाजपा में बदलते राजनैतिक परिवेश देखते हुए हेमंत खण्डेलवाल को प्रदेश अध्यक्ष पद के लिए मजबूती प्रदान की। खैर हेमंत खण्डेलवाल के प्रदेश अध्यक्ष बनने से बैतूल को भी फायदा मिलेगा। अब बैतूल प्रदेश की राजनीति के नक्शे में एक बड़े नाम के तौर पर हाईप्रोफाईल जिलों में गिना जाने लगेगा।

- पिता से मिली विरासत में राजनीति में कहलाते है मास्टर ऑफ मैनेजमेंट...

वरिष्ठ भाजपा नेता और पूर्व सांसद स्व. विजय कुमार खंडेलवाल के बेटे हेमंत का जन्म 3 सितंबर 1964 को यूपी के मथुरा में हुआ। उन्होंने बैतूल के जेएच गवर्नमेंट कॉलेज से 1986 में बीकॉम और 1990 एलएलबी की डिग्री प्राप्त की। खंडेलवाल की शादी पश्चिम बंगाल की ऋतु खंडेलवाल से हुई, उनका एक बेटा और एक बेटी है। हेमंत खंडेलवाल को राजनीति विरासत में अपने पिता विजय कुमार खंडेलवाल से मिली, जो बैतूल लोकसभा क्षेत्र से 11वीं, 12वीं, 13वीं और 14वीं लोकसभा के सांसद रहे। पिता की मौत के बाद, भाजपा ने हेमंत खंडेलवाल को 2008 में हुए उपचुनाव में प्रत्याशी बनाया, जिसमें उन्होंने जीत दर्ज की। वे शिवराज सिंह चौहान की सरकार के समय संगठन के प्रदेश कोषाध्यक्ष के पद पर भी कार्य कर चुके हैं और वर्तमान में बैतूल से विधायक हैं।

नवल वर्मा हेडलाइन बैतूल 02 जुलाई 2025