(बैतूल) मनुष्य के 16 संस्कारों में विशिष्ट है विद्यारंभ : मोहन नागर , - बसन्त पंचमी पर संपन्न हुआ विद्यारंभ संस्कार
बैतूल (हेडलाइन)/नवल वर्मा। भारत भारती आवासीय विद्यालय में बसंत पंचमी के अवसर पर विद्यारंभ संस्कार समारोह आयोजित किया गया। कार्यक्रम की शुरूआत दीप प्रज्ज्वलन और मां सरस्वती के पूजन के साथ हुई। इस अवसर पर गायत्री परिवार बैतूल की श्रीमती रजनी सोनी, गर्विता अहलूवालिया, मुस्कान रघुवंशी, सपना पाण्डे ने विद्यारंभ संस्कार पूजन एवं हवन विधि द्वारा संपन्न कराया।
विद्यालय द्वारा आसपास के 42 ग्रामों- जामठी, भारत भारती, बैतूल, सोनाघाटी, धनोरा, कोसमी, टेमनी, धौल, कढ़ाई, खेड़ी सावलीगढ, सिल्लौट, साकादे ही,उड़दन,गजपुर, नयागांव, आदि ग्रामों के सैंकड़ों बालक-बालिकाओं का विद्यारम्भ संस्कार हुआ ।
इस अवसर पर कार्यक्रम में गायत्री परिवार से जिला समन्वयक डॉ. कैलाश वर्मा, भारत भारती शिक्षा समिति के सचिव मोहन नागर, जनजाति क्षेत्र की शिक्षा के राष्ट्रीय सह संयोजक बुधपाल सिंह ठाकुर, विद्या भारती नर्मदापुरम विभाग के विभाग समन्वयक सुनील दीक्षित, विद्यालय के प्राचार्य गोविन्द कारपेंटर समेत सभी आचार्य और दीदी उपस्थित रहे।
अपने उद्बोधन में श्री नागर ने कहा कि आज के दिन का विशिष्ट महत्व है। आज मां सरस्वती का प्राकट्य दिवस है। आज से प्रकृति में श्रंगार रस व्याप्त होने लगता है। पेडों में नये पत्तों का पल्लवन होता है, समूची धरती श्रृंगारित हो उठती है। प्रकृति हमारी प्रशिक्षक के रूप में मार्गदर्शक बनती है। इस विशेष वातावरण में विद्यारंभ संस्कार अत्यंत फलदायी होता है।
संस्कारों के महत्व के विषय में बताते हुए श्री नागर ने कहा कि मानव जीवन में सोलह संस्कारों का विशेष स्थान माना जाता है। इन संस्कारों के कारण ही मनुष्य जीवन में यश पाता है और जीवन में पूर्णता प्राप्त होती है। यही संस्कार हमें ईश्वर के दिव्य प्रवाह से जोड़ते हैं।
इस विद्यालय में विद्यारंभ संस्कार में सम्मिलित हुए अभिभावकों का दायित्व है कि वे अपने बच्चों को संस्कारयुक्त वातावरण दें जिससे वे समाज में यश प्राप्त कर भारत निर्माण में अपनी भूमिका निभा सकें। इस दिशा में विद्या भारती शिक्षण संस्थान के आचार्य-दीदीयों का प्रयास सराहनीय है।
यज्ञ का संचालन श्रीमती रजनी सोनी ने किया। । कार्यक्रम का संचालन जीतेन्द्र तिवारी ने किया।
नवल वर्मा हेडलाइन बैतूल 27 जनवरी 2023