बैतूल(हेडलाइन)/नवल वर्मा। हरिराम के खिलाफ भ्रष्टाचार घपलेबाजी आय से अधिक संपत्ति आदि के मामले स्पष्ट और प्रमाणित होने के बावजूद भी अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई है? इसका बड़ा कारण वो अफसर है जो हरिराम जैसे सहकारिता के भ्रष्टाचारियों से अलग-अलग स्तर पर सेवाएं देते है! यह बात भीमपुर क्षेत्र में लोग हरिराम की स्थिति को देखने के बाद अपने आरोप में कहते है? भ्रष्टाचार को लेकर जिस तरह के संगीन आरोप हरिराम पर लगते रहे है उसे देखकर लोगों का कहना है कि इसे तो कायदे से जेल में होना चाहिए, लेकिन यह बिंदास बाहर है? ऐसा लोगों का कहना है कि इसकी पकड़ बहुत ऊपर तक नहीं है, लेकिन कुछ लोकल राजनैतिक और जातिगत समीकरण के साथ-साथ सहकारिता के जिम्मेदार अफसरों की बदनियत की वजह से हरिराम सुरक्षित है? कुल मिलाकर हरिराम भ्रष्टाचार के मामले में स्पष्ट आरोपी नजर आता है पर कार्रवाई नहीं होती!

- सहकारी समिति की ऑडिट रिपोर्ट चीख-चीखकर बता रही हरिराम की घपलेबाजी...
वर्ष 2013-14 की ऑडिट रिपोर्ट चीख-चीखकर बता रही है कि हरिराम ने अपनी सोसायटी में किस तरह घपलेबाजी की है। हरिराम द्वारा अमानत में खयानत किए जाने के स्पष्ट मामले उक्त ऑडिट रिपोर्ट से सामने आते है? जैसे हरिराम ने दिए गए कर्ज में मूलधन की राशि तो जमा कर ली, लेकिन ब्याज की राशि हजम कर गए? इतना स्पष्ट भ्रष्टाचार या शासकीय धन हजम कर जाने का मामला सामने आने के बाद भी कोई कार्रवाई हरिराम के खिलाफ नहीं की गई?

- आय से अधिक संपत्ति का मामला भी सर्वविदित फिर भी कोई एक्शन ही नहीं...
हरिराम के मामले में आय से अधिक से संपत्ति का मामला बिल्कुल स्पष्ट रूप से दिखाई देता है। चल अचल संपत्ति का यदि हिसाब-किताब देखा जाए तो अब तक हरिराम के खिलाफ एक्शन हो जाना चाहिए था। हरिराम ने अपनी पत्नि के अलावा अपने पिता और ससुर के नाम पर भी चल अचल संपत्ति खरीद रखी है। पिछले 10-15 वर्ष में उसने जो आर्थिक तरक्की की है वही अपने आप में भ्रष्टाचार या कह लो आय से अधिक संपत्ति का स्पष्ट मामला है।

- गरीबों का राशन खा जाने और केरोसिन पी जाने का भी स्पष्ट आरोपी है हरिराम...
चांदू सेक्टर में गरीबों के राशन में हेरफेर होना उन्हें राशन न दिए जाने आदि की कई शिकायतें है, इसके अलावा केरोसीन की कालाबाजारी का स्पष्ट मामला सामने आने के बावजूद भी हरिराम के खिलाफ कोई ठोस कार्रवाई नही हुई! केरोसीन की अफरा तफरी करने का मामला रंगे हाथों पकड़े जाने के बावजूद हरिराम के खिलाफ जिला सहकारी बैंक या उपपंजीयक सहकारिता ने कभी कोई एक्शन लेना जरूरी नहीं समझा? इसकी जगह कोई और होता तो अब तक कार्रवाई हो जाती।
नवल वर्मा हेडलाइन बैतूल 12 मार्च 2023