(बैतूल) बिजली चोरी के मामले में किसान न्याय के लिए भटक रहा , - देख लो कलेक्टर साहब, - सिस्टम तो पीएमओ को भी दिखा रहा है ठेंगा
बैतूल(हेडलाइन)/नवल वर्मा। एक किसान पर बिजली कंपनी द्वारा बनाए गए बिजली चोरी के मामले में किसान ने कंपनी के अधिकारियों की तथाकथित बदमाशी को लेकर हर स्तर पर शिकायत की, लेकिन उसे न्याय नहीं मिला। उसने मामले को लेकर कथित प्रमाण के साथ कलेक्टर से लेकर मुख्यमंत्री, बिजली मंत्री सहित प्रधानमंत्री आदि सबको आवेदन पत्र भेजे। उसके आवेदन के बाद प्रधानमंत्री कार्यालय से 20 फरवरी 2021 को चीफ सेक्रेटरी मध्यप्रदेश शासन को पत्र लिखा गया। जिसमें सीनियर ऑफिसर आशीष कुमार मिश्रा ने खरपड़ा खेड़ी पोस्ट उमरिया, आमला निवासी किशन सिंह राजपूत की शिकायत पर कार्रवाई करने के लिए कहा। प्रधानमंत्री कार्यालय से लिखे गए इस पत्र के बावजूद भी 2 वर्ष बीत जाने पर किसान की समस्या का कोई समाधान नहीं हुआ वह अभी भी पूरे मामले को लेकर हैरान परेशान होकर घूम रहा है। अब सवाल यह उठता है कि बैतूल में ऐसा कौन सा सिस्टम काम कर रहा है जो पीएमओ के सिफारिश पत्र पर भी किसान को न्याय नहीं दे पा रहा है। इससे स्पष्ट होता है कि आम आदमी को लेकर सिस्टम में कहीं कोई गुंजाईश नहीं है।
- 2013 में किसान को बनाया गया बिजली चोरी का आरोपी...
आमला के खरपड़ा खेड़ी निवासी किशन पिता धन्नू राजपूत , उम्र 50 वर्ष ने बताया कि मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी वितरण केन्द्र खेड़लीबाजार के अधिकारियों द्वारा 16 दिसम्बर 2013 को उसके खेत पर विजिट की गई थी। उस वक्त वह अपने कुएं से सिंचाई कर रहा था। वहां पर आए अधिकारी कथित राजेश हारोड़े और राहुल बोबड़े ने उसका नाम पूछा और दो-तीन कोरे कागज पर हस्ताक्षर करवाएं। उसने हस्ताक्षर करवाने का कारण पूछा तो उसे बताया गया कि जिनके स्थाई कनेक्शन है उनकी जानकारी ले रहे है। बाद में उस पर विद्युत अधिनियम 2023 की धारा 135 एवं 126 में मामला दर्ज कर लिया गया।
- 14 हजार 691 रूपये जमा करने पर भी वह बिजली चोर ही बना रहा...
किसान ने बताया कि उसे बिजली चोरी में 27 दिसम्बर 2013 को नोटिस दिया गया। जिसमें 14 हजार 691 रूपये की राशि जमा करने के लिए कहा गया। उसका प्रकरण न्यायालय में चला जिसमें लोक अदालत में 14 हजार 691 रूपये जमा भी करा दिए जिसकी रसीद उसके पास है। फिर कंपनी के अधिकारियों ने उसके 5 एचपी के कनेक्शन को 7.5 एचपी का कर दिया। उसका मनमाना बिजली का बिल आने लगा और उसके ऊपर 58 हजार 89 रूपये बकाया निकाला जा रहा है। इसके लिए उसे संपत्ति कुर्क का नोटिस भी दिया गया। उसका 50 मीटर केबल और आईल स्टार्टर भी जब्त कर लिया गया।
- हर जगह गुहार लगाई, लेकिन कहीं कोई सुनवाई ही नहीं...
किसान किशन सिंह राजपूत ने बताया कि उसने हर स्तर पर गुहार लगाई, लेकिन उसकी कोई सुनवाई नहीं हुई। उसने जनसुनवाई से लेकर सीएम हेल्पलाईन तक की, लेकिन कहीं कोई मदद नहीं मिली। उनका कहना है कि उन्हें धोखे से बिजली चोरी का आरोपी बनाया। वे लगातार मामले को लेकर आवेदन, निवेदन करते आ रहे है पर किसी भी स्तर पर सिस्टम उन्हें कोई मदद नहीं कर रहा है। अब ऐसा क्यों हो रहा है उन्हें खुद समझ नहीं आ रहा है। प्रधानमंत्री का पत्र भी काम नहीं कर रहा।
नवल वर्मा हेडलाइन बैतूल 30 मार्च 2023