बैतूल(हेडलाइन)/नवल वर्मा। बैतूल कलेक्टर की वर्किंग को लेकर लगातार सवाल खड़े हो रहे हैं? सबसे बड़ा आरोप उन पर यह है कि वे आम लोगों की समस्याओं को लेकर केवल आश्वासन देते है, रिजल्ट कुछ नहीं देते, जबकि दूसरा आरोप यह है कि पूँजीपतियों और प्रभावशालियों को गलत कामों में बचाते है! यह आरोप सांईखेड़ाखुर्द के एक उच्च शिक्षित किसानों ने गुस्से में लगाए है? उनका कहना है कि कलेक्टर के नकारेपन और पूर्व कृषि उपसंचालक के लालच की वजह से उनके क्षेत्र के तकरीबन 300 किसानों को बीज उत्पादन में तगड़ा नुकसान हुआ है। इस बात को लेकर वे आगामी 3 अप्रैल को बैतूल जिले के दौरे पर आ रहे मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से मुलाकात करेंगे और मांग करेंगे कि जिस तरह से कुंडबकाजन में शिकायत के आधार पर दो अधिकारियों को मंच से सस्पेंड किया गया था। इसी तरह उनके मामले में आईएएस अमनबीर सिंह, पूर्व उपसंचालक कृषि केपी भगत और तहसीलदार प्रभातपट्टन को भी सस्पेंड किया जाए। यह आरोप अकेला कोई एक किसान नहीं लगा रहा, बल्कि ताप्ती बीज उत्पादक समिति हिवरखेड़ के करीब 300 बीज उत्पादक किसानों का ऐसा कहना है। अब देखना यह है कि लगातार आरोपों से घिर रहे कलेक्टर किसानों से जुड़े मामले में क्या ठोस कदम उठाते है? लोगों का मानना है कि वैसे कलेक्टर के प्रदर्शन को लेकर किसी भी स्तर पर आम लोगों में संतुष्टि नहीं है। सीएम हेल्पलाईन से लेकर जनसुनवाई तक लोगों को रिजल्ट देने में नाकाम है। 

- इस तरह से बीज उत्पादन में चोट खा गए तकरीबन 300 से ज्यादा किसान...
ताप्ती बीज उत्पादक सहकारी समिति हिवरखेड़ ने वर्ष 2019-20 में बीज उत्पादन कार्यक्रम के लिए उन्नत किस्म एएच 160 मक्का पूसा के लिए 4 लाख 10 हजार रूपये पूसा नईदिल्ली में जमा कर रजिस्ट्रेशन कराया। जिसमें किसानों को ब्रिडर बीज सीड प्रोग्राम के लिए उपलब्ध कराया गया। जिसमें किसानों ने 2020-21 में 234 क्विंटल उत्पादन कर स्टाक मार्च 2021 के ऑडिट टीप में स्टॉक दर्शाया गया तथा 2021-22 में उपरोक्त कार्यक्रम के तहत किसानों से 269.28 क्विंटल उर्पाजन कुल स्टॉक 530.28 क्विंटल किसानों के पास उपलब्ध रहा। जिसकी सूचना समिति द्वारा उपसंचालक कृषि बैतूल, उपायुक्त सहकारिता, कलेक्टर बैतूल, कृषि उत्पादन आयुक्त भोपाल, बीज संघ भोपाल को उपलब्ध कराई गई एवं विक्रय आदेश के लिए निवेदन किया गया, लेकिन बीज स्टॉक शेष रहा। बिक्री आदेश जारी नहीं किया गया और बीज खरीदे नहीं जाने से उसकी उर्वरकता और गुणवत्ता पर असर पड़ा और बीज उत्पादन आयोग्य हो गया जिससे किसानों को नुकसान हो गया।
नवल वर्मा हेडलाइन बैतूल 31 मार्च 2023