बैतूल(हेडलाइन)/नवल वर्मा। समर्थन मूल्य पर 1 अप्रैल से शुरू हुई खरीदी में एक नया बदलाव हुआ है। प्रदेश में हुई बेमौसम हुई बारिश और ओलावृष्टि को देखते हुए सरकार ने आदेश जारी किए है कि समर्थन मूल्य में होने वाली खरीदी में एफएक्यू लेबल में कुछ हद तक नियमअनुसार छूट दी जाएगी। जिसमें चमकविहीन गेहूं खरीदने का निर्णय लिया गया है और इस संबंध में आदेश भी जारी हो चुके है। इस बार मंडी भाव अधिक होने के कारण पिछले वर्ष के मुकाबले आधे ही किसानों ने अपना पंजीयन कराया है।  वैसे हाल ही में गेहूँ की मंडी में आवक बढऩे के साथ भाव भी कम हुए है। ऐसे में अब लग  रहा है कि समर्थन मूल्य सेंटरों पर गेहूं की आवक बढ़ सकती है। हालांकि अभी तक जो स्थिति है उसमें 5 दिन के अंदर महज 50 क्विंटल गेहूँ ही खरीदा जा चुका हुआ और वह भी भीमपुर समिति में ही खरीदी हुई है। चमक विहीन गेहूं की खरीदी से समर्थन मूल्य में खरीदी बढऩे की उम्मीद जताई जा रही है।

- यह है चमकविहीन के लिए दिशा निर्देश...
1 - 10 ये 80 फीसदी तक चमक विहिन गेहूं के ऊपार्जन पर किसानों से कोई कटोरता किए बगैर पूर्ण समर्थन मूल्य राशि का भुगतान किया जाएगा। भारत सरकार द्वारा निर्धारित प्रतिशत (80 प्रतिशत) तक ही चमक विहिन गेहूं का ऊर्पाजन किया जाएगा, इससे अधिक चमकविहिन गेहूं स्वीकार नहीं किया जाएगा।
2 - ऊपार्जन केन्द्र में समिति प्रबंधक द्वारा सर्वेयर या गुणवत्ता पर्यवेक्षक के माध्यम से चमकविहीन गेहूं का विधिवत रिकार्ड रखा जाएगा एवं संबधित किसान की तौल की गई उपज में कितने प्रतिशत गेहंू की मात्रा चमक विहीन है तथ सर्वेयर एप एवं ई-ऊपार्जन साफ्टवेयर में सर्वेयर द्वारा किसान के डाटा में चमकविहीन गेहूं के प्रतिशत की अनिवार्य रूप से ऑनलाईन प्रविष्टि की जाएगी। 
3 - ऊपार्जन केन्द्र में यदि चमकविहीन गेहूं प्राप्त होता है तो चमक विहिन की तौल और बिना चमकविहीन की तौल अलग-अलग स्थानों पर की जाएगी। 
4 - चमक विहीन के बोरों पर स्याही या लाल कलर से मार्किंग करके अलग से थप्पी लगाई जाएगी और जेड निशान अलग से दिखाई दिए। जूट और पीपी दोनों ही बोरों में यह व्यवस्था की जाएगी। 
5 - ऊपार्जन केन्द्रों पर किसानवार चमकविहीन गेहूं की अलग-अलग थप्पी लगाकर संग्रहण किया जाएगा तथा किसानवार चमकविहीन प्रतिशत का रिकार्ड भी रखा जाएगा। 
6 - ऊपार्जन केन्द्र में एफक्यू तथा चमकविहीन का अलग-अलग ट्रकों से परिवहन कराया जाएगा एवं प्रत्येक ट्रक के चालन पर चमकविहीन गेहूं का प्रतिशत अंकित किया जाएगा। एक ट्रक में दोनों प्रकार के गेहूं का परिवहन नहीं कराया जाएगा।

- मंडी में भाव कम होने की स्थिति में बढ़ सकती है समर्थन मूल्य केन्द्रों पर गेहूं की आवक...
नए गेहूं की मंडी में आवक होने के साथ ही भाव भी कुछ कम हुए है। जो जानकार है उनका कहना है कि यदि 2 हजार रूपये से कम मंडी भाव होते है तो ही समर्थन मूल्य केन्द्रों पर गेहूं की आवक होगी। फिलहाल गेहूं 1800 से 2100 के बीच चल रहा है। यदि यह भाव आने वाले हफ्ते में 1800 के आसपास रहते है तो निश्चित रूप से समर्थन मूल्य में खरीदी में तेजी आएगी। फिलहाल तो जो स्थिति है उसमें यह है कि बैतूल जिले में 62 केन्द्रों पर 5 दिन के अंदर महज 50 क्विंटल ही खरीदी हो पाई है।
नवल वर्मा हेडलाइन बैतूल  , 
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