बैतूल(हेडलाइन)/नवल वर्मा। कलेक्टर की मंशा पर पानी फेरने का काम उनके अधीनस्थ अधिकारी ही कर रहे है। बैतूल अनुविभाग में पदस्थ रही रीता डहेरिया के बाद अब वर्तमान एसडीएम केसी परते भी कलेक्टर का आदेश का परिपालन सुनिश्चित करने में कोई खास प्रयास नहीं कर रहे है, केवल बला टालने वाला काम हो रहा है। इसका बड़ा प्रमाण यह है कि टीएल की बैठक में कलेक्टर ने बैतूल नगर और आसपास बड़े पैमाने पर उग रही अवैध कालोनियों पर प्रबंधन सहित एफआईआर के लिए एसडीएम बैतूल को निर्देश दिए थे। एसडीएम बैतूल ने उक्त आदेश के तहत अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की है, जबकि कलेक्टर के इस आदेश को दो माह से अधिक का समय होने जा रहा है। टीएल में कलेक्टर के निर्देश् के बाद एसडीएम बैतूल ने बला टालने वाला काम करते हुए 8 फरवरी 2023 को अपने अनुविभाग के तहसीलदार को आदेश कर दिए कि अवैध कालोनियों के प्रतिवेदन प्रस्तुत करें।

- शिकायतों के बावजूद कालोनियों को नहीं लिया जा रहा प्रबंधन में...
कांग्रेस नेता राजा सोनी ने बताया कि अवैध कालोनियों को लेकर शिकायत करने के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं हो रही है। उनका कहना है कि प्रमाण के साथ शिकायत के बाद भी कार्रवाई नहीं होती।

- जिन दो कालोनियों को प्रबंधन मुक्त किया गया उनको लेकर सवाल...
एसडीएम बैतूल ने ग्रामीण क्षेत्र की दो कालोनियों को प्रबंधन मुक्त किया है। उक्त दोनों कालोनियों को किस आधार पर और कैसे प्रबंधन मुक्त किया गया इसको लेकर कई तरह के सवाल है।

- कलेक्टर की मंशा पर पानी फेरने का काम कर रहे है एसडीएम...
कलेक्टर लिखित में आदेश देते है, टीएल की बैठक में दिशा निर्देश देते है, लेकिन इसके बावजूद भी उनके आदेश का पालन करने की जगह उसमें गुणा भाग किया जाना स्पष्ट दिख रहा है।

- दो माह में किसी भी तहसीलदार पर अनुशानात्मक कार्रवाई नहीं...
कलेक्टर ने जो दिशा निर्देश फरवरी में एसडीएम बैतूल को दिए थे उस आधार पर तहसीलदारों से एसडीएम ने प्रतिवेदन मांगा और कहा कि प्रतिवेदन प्रस्तुत न करने पर अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी।

- एसडीएम कार्यालय में पूर्व की सर्वेक्षित अवैध कालोनियों में ही कुछ नहीं...
पूर्व में ही जो अवैध कालोनियां पटवारियों द्वारा सर्वेक्षित कर एसडीएम कार्यालय में प्रतिवेदन के माध्यम से बताई गई। ग्रामीण क्षेत्र की उन कालोनियों में भी किसी तरह की कोई कार्रवाई नहीं।

- रीता डहेरिया के नक्शे कदम पर ही चल रहे है केसी परते भी...
एसडीएम कार्यालय की कार्यप्रणाली पर नजर रखने वालों का स्पष्ट मानना है कि रीता डहेरिया जिस तरह से कलेक्टर के आदेश की हवा निकालती थी उसी तरह एसडीएम केसी परते भी कर रहे है।
नवल वर्मा हेडलाइन बैतूल 09 अप्रैल 2023