बैतूल(हेडलाइन)/नवल वर्मा। जिला अस्पताल के प्रसूति वार्ड में सीजर का धंधा बंद नहीं हो रहा है। सितम्बर 2022 में एक प्रसूता की मौत के बाद जो हल्ला मचा था और जिस तरह से कलेक्टर के निर्देश पर जिला पंचायत सीईओ ने कसरत की थी उसका भी कोई असर उस वार्ड में नजर नहीं आ रहा है। इसका एक नमूना हाल ही में सामने आया। एक प्रसूता के भाई ने मामले की जानकारी देते हुए बताया कि शाहपुर क्षेत्र के एक गांव की रहने वाली  उसकी बहन को प्रसूति के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। यहां पर मौजूद महिला चिकित्सक ने प्रसूता को देखने के बाद कहा कि स्थिति नाजूक है जच्चा-बच्चा को खतरा हो सकता है बेहतर होगा कि आप भोपाल ले जाए हम रेफर कर देते है।  इसके बाद उक्त युवक ने अपने एक परिचित के माध्यम से उक्त महिला चिकित्सक से संपर्क किया तो महिला चिकित्सक ने 5 हजार रूपये लिए और रात में सीजर ऑपरेशन कर दिया।  इस पूरे मामले से स्पष्ट हो गया कि जिला अस्पताल के प्रसूति वार्ड में जो सीजर का धंधा है वह बखूबी चल रहा है और यहां कोई दूध का धुला हुआ नहीं है। पूर्व में भी सीजर में वसूली के मामले उजागर होते रहे, लेकिन उन मामलों में लीपापोती कर वास्तविक जिम्मेदारों को बचा लिया गया।
स्टेप 01: 15 मार्च दोपहर 2 बजे प्रसूति को भर्ती किया गया
शाहपुर क्षेत्र से आई प्रसूता को उसके परिजनों ने जिला अस्पताल में लाकर भर्ती कराया गया, उसे शाहपुर से  भी जिला अस्पताल के लिए रेफर किया गया था। यह मामला 15 मार्च 2023 दोपहर 2 बजे का है।
स्टेप 0२: 15 मार्च दोपहर 4 बजे प्रसूता को भोपाल रेफर करने का फरमान
ड्यूटी पर मौजूद महिला चिकित्सक डॉ ईशा डेनियल ने प्रसूता को देखा और उसकी स्थिति को नाजूक बताते हुए बैतूल में प्रसूति कराने की जगह भोपाल रेफर करने का फरमान जारी कर दिया।
स्टेप 0३: 15 मार्च शाम 5 बजे अन्य महिला चिकित्सक ने भी रेफर का कहा
जिला अस्पताल की एक अन्य महिला चिकित्सक जिसने प्रसूता का इलाज भी किया था उससे जब परिजन मिले तो उसनेे भी दो टूक शब्दों में कहा कि जो डॉ ईशा डेनियल कह रही है वह सही होगा।
स्टेप 04: 15 मार्च शाम 6 बजे परिचित से जुगाड़ लगाया तो बात बन गई
प्रसूता के परिजनों ने एक नेता के माध्यम से डॉ ईशा डेनियल से संपर्क किया तो उसकी प्रसूति जिला अस्पताल में ही कराने पर सहमति जता दी गई। जिसमें परिचित ने डॉक्टर के लिए 5 हजार रूपये की मांग की।
स्टेप 05: 15 मार्च शाम 7 बजे 5 हजार दिए तो रात 9 बजे किया ऑपरेशन
प्रसूता के परिजनों ने बताया कि जैसे ही उन्होंने शाम 7 बजे अपने परिचित के माध्यम से 5 हजार रूपये दिए तो रात में 9 बजे डॉ ईशा डेनियल ने प्रसूता का सीजर ऑपरेशन एक घंटे के अंदर कर दिया।
स्टेप 06: प्रसूता के परिजनों को डराने का काम स्टॉफ नर्स ने किया
जब अस्पताल में लाकर भर्ती किया गया तो स्टॉफ नर्सो आदि ने किसी तरह से कोई सहयोग नहीं किया बल्कि लगातार डराते रही कि स्थिति नाजूक है जल्दी कुछ करा लो डॉक्टर से बात करने पर जोर देती रही।
नवल वर्मा हेडलाइन बैतूल 15 अप्रैल 2023