(शाहपुर) सेना भर्ती प्रशिक्षण के चयन में ही अभ्यर्थियों को पिलाया उबलता पानी और दिन भर गर्मी में रखा खड़ा
शाहपुर(हेडलाइन)/अंकुश मिश्रा। अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति के युवाओं को पुलिस और सेना में भर्ती के लिए होने वाले नि:शुल्क प्रशिक्षण में चयन की प्रक्रिया शाहपुर में आयोजित की गई। इस प्रशिक्षण चयन प्रक्रिया के लिए जिले भर के युवाओं को शाहपुर बुलाया गया, लेकिन वहां जिस तरह की अव्यवस्थाएं रही उसे देखकर साफ नजर आ रहा था कि अधिकारियों द्वारा युवाओं के साथ अन्याय किया जा रहा है। मौके पर चयन प्रक्रिया के पंजीयन के लिए सरकारी स्टॉफ के लिए तो टेंट की सीलिंग लगी हुई थी, लेकिन अभ्यर्थियों के लिए कोई व्यवस्था नहीं थी। ऐसे में वे हाईस्कूल ग्राउंड में पेड़ों की छाए ढूंढते नजर आ रहे थे। इसके अलावा पीने के लिए ठंडे पानी की व्यवस्था नहीं थी। टैंकर खड़ा करा दिया गया, जिसमें गर्मी और धूप से पानी गर्म हो चुका था और उसे पी पाना संभव नहीं था। युवाओं को सुबह से ही बुला लिया गया, लेकिन उन्हें डाईट के रूप में दोपहर में 1 प्लेट पोहा ही दिया गया जो कुछ मिल पाया और कुछ को मिला ही नहीं। अब सवाल यह है कि इस चयन प्रक्रिया के लिए शासन ने आदिम जाति कल्याण विभाग और इस चयन प्रक्रिया के जिम्मेदारों को क्या बजट दिया और क्या बजट नहीं दिया है यह जांच का विषय है। गौरतलब है कि अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति के युवाओं को पुलिस एवं फौज में भर्ती हेतु 01 माह का प्रशिक्षण जिले के विभागीय क्रीड़ा परिसर में दिया जाएगा । जिस हेतु ब्लॉक मुख्यालय पर स्थित बालक हाई स्कूल के ग्राउंड पर पूरे जिले से आए हुए अभ्यार्थियों का चयन किया जा रहा है। व्यायाम शिक्षक नीलेश तिवारी ने बताया कि शासन की ओर से प्रशिक्षण दिया जा रहा है इसमें अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति के बच्चों को शामिल किया जा रहा है । जिसमें 888 बच्चे अनुसूचित जनजाति तथा 176 अनुसूचित जाति के बच्चे पंजीकृत किए गए थे। अनुसूचित जाति के 85 एवं अनुसूचित जनजाति के 486 बच्चे उपस्थित हुए हैं । जिनकी लंबाई और सीने का नाप लेने के बाद दोनों कैटेगरी में 13-13 के 2 बैच कुल 26 बच्चों का चयन करने के बाद 1 महीने का प्रशिक्षण इन्हें दिया जाएगा। जिले के साथ-साथ अन्य जिलों के विद्यार्थी भी आज उपस्थित हुए। अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति के युवकों के लिए पुलिस एवं फौज में भर्ती प्रशिक्षण में अव्यवस्थाओं का आलम रहा। जिले भर से करीब 600 की संख्या में युवाए ब्लॉक मुख्यालय आए थे, जहां पर इनका प्रशिक्षण के लिए निर्धारित मापदंडों में चयन किया जाना था। विक्रम, विशाल धुर्वे ने बताया कि सुबह 6.00 से 7.00 बजे तक विद्यार्थी यहां पहुंच गए थे परंतु 1.00 बजे तक किसी भी प्रकार के खाने की कोई भी व्यवस्थाएं शासन की ओर से नहीं की गई थी। करीब 1.00 बजे पोहा खिलाया गया जिस में भी भारी अव्यवस्था रही आधे से अधिक प्रशिक्षणार्थियों को पोहा भी नहीं मिल पाया। वहीं इतनी चिलचिलाती गर्मी में जिम्मेदार अधिकारियों ने पंजीयन स्थल पर टेंट तक लगवाना तक उचित नहीं समझा जबकि शिक्षको ने पंजीयन के लिए मंच पर बकायदा धूप से बचने के लिए सीलिंग लगवा रखी थी वहीं बच्चों धूप में सुबह से परेशान होते रहे और बैठने के लिए छायादार वृक्ष के नीचे बैठे नजर आए।
नवल वर्मा हेडलाइन बैतूल 18 मई 2023