(बैतूल) बैतूल में प्रशासनिक सिस्टम पूरी तरह से बेकाम आदिवासी महिला से खुली वसूली के मामले में भी कोई एक्शन नहीं..!
बैतूल(हेडलाइन)/नवल वर्मा । महिला एवं बाल विकास विभाग परियोजना चिचोली में एक आदिवासी महिला के साथ खुला धोखा हुआ है और धोखा भी ऐसा कि इसमें स्पष्ट भ्रष्टाचार है? महिला की शिकायत सामने आने के बाद भी अभी तक विभाग प्रमुख द्वारा कोई एक्शन नहीं लिया गया? यहां तक की मामले में कोई जांच भी नहीं बैठाई गई! जबकि कायदे से मामला विभागीय कदाचरण का है? ऐसे में जिस पर आरोप लग रहे है उसके खिलाफ विभागीय जांच होना चाहिए थी और अब तक इसकी जांच रिपोर्ट भी सामने आ जाना चाहिए थी? क्योंकि मामले में पीड़ित महिला ने कलेक्टर और जिला पंचायत सीईओ को भी शिकायत की है, फिर भी पूरे मामले में कहीं कुछ नहीं हो रहा है! इस महिला का मामला भी इस बात को प्रमाणित करता है कि बैतूल में प्रशासनिक सिस्टम बेहाल है और किसी का कोई कंट्रोल ही नहीं है?
यह है मामला :- दो बार में 12 हजार लेकर भी और 10 हजार की मांग कर रहा था लिपिक महेन्द्र प्रजापति...
पीडि़त महिला ने सबसे पहले अप्रैल माह में शिकायत की थी और बताया था कि उसके साथ किस तरह से छल किया गया है। महिला ने अपनी शिकायत में बताया गया था कि 5 हजार और 7 हजार नगद लेने के बाद फिर उससे 10 हजार रूपये की मांग की गई थी। सीताडोंगरी में आंगनवाड़ी सहायिका मंगली पति जुगन धुर्वे ने बताया कि वह आंगनवाड़ी केन्द्र 01 में कार्यरत है । उसे हाल ही में सेवानिवृत्त करने का सूचना पत्र प्राप्त हुआ है, लेकिन जो उसका आधार कार्ड है उसमें उसकी उम्र 50 वर्ष है। सहायिका मंगली का कहना है कि उम्र के संबंध में जिला मेडिकल बोर्ड द्वारा 58 वर्ष का उसे आयु प्रमाण पत्र दिया गया है। इस आधार पर भी उसकी उम्र फिलहाल सेवानिवृत्ति के लायक नहीं है, इसलिए उसे रिटायरमेंट दिया जाना वाजिब नहीं है। सहायिका ने बताया कि आयु को लेकर उसने दस्तावेजों के साथ जिला पंचायत सीईओ, परियोजना अधिकारी महिला एवं बाल विकास, प्रभारी परियोजना अधिकारी चिचोली सहित एसडीएम को भी आवेदन दिया था, लेकिन कोई निराकरण नहीं हुआ! महिला का कहना है कि कोई उसकी सुन नहीं रहा है? उक्ताशय में जिला परियोजना अधिकारी से उनका अभिमत जानना चाहा लेकिन उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया!
इनका कहना...
- महेंद्र प्रजापति को निलंबित करने को लेकर डी. पी. ओ. को कहा गया है वहीं पूरे प्रकरण में जांच उपरांत उचित कार्यवाही की जावेगी।
- अभिलाष मिश्रा, सीईओ, जिला पंचायत, बैतूल।
- मैने कोई रूपये नहीं नहीं लिए है जहाँ तक तारीख संशोधन की बात है वह परियोजना अधिकारी जिला कार्यालय से ही होता है, सेवानिवृति की तिथि एमआईएस में दर्ज डेट ऑफ बर्थ से तय होती है मैं या कोई भी उसे नही बदल सकता।
- महेंद्र प्रजापति, लिपिक, महिला एवं
बाल विकास विभाग, चिचोली।
नवल वर्मा हेडलाइन बैतूल 20 मई 2025