(बैतूल) सोनाघाटी की पहाड़ी को निगल रहा खनन माफिया , - वन विभाग, राजस्व विभाग और खनिज विभाग की मौन स्वीकृति
बैतूल(हेडलाइन)/बैतूल।जिला मुख्यालय पर खनन माफिया के हौंसले इतने बुलंद है कि दिनदहाड़े सोनाघाटी क्षेत्र में पहाडिय़ों को जमींदोज कर मुरम का खनन किया जा रहा है। खेत समतलीकरण के नाम पर यह अवैध खनन किया जाना बताया जा रहा है। पूर्व में इस अवैध खनन को लेकर तहसीलदार और खनिज अधिकारी ने मौका मुआयना किया था, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की। जिस तरह से अवैध खनन हो रहा है उससे क्षेत्र का पर्यावरण संतुलन ही बिगड़ रहा है।
एक तरफ सोनाघाटी की पहाडिय़ों को हरा-भरा करने के लिए भारत भारती के पर्यावरणविद मोहन नागर अथक प्रयास कर रहे है, दूसरी तरफ इस तरह से अवैध खनन धड़ल्ले से जारी है। जिसको खनिज विभाग, राजस्व विभाग और वन विभाग तीनों नजर अंदाज कर रहे है। जिला मुख्यालय पर यह सब धड़ल्ले से चल रहा है। बताया गया कि जिस चमचमाती मुरम के लिए सोनाघाटी क्षेत्र जाना जाता है, उसके उत्खनन को धड़ल्ले से अंजाम दिया जा रहा है। एक महीने पहले शिकायत मिलने के बाद खनिज अधिकारी और तहसीलदार यहां जांच करने भी गए थे लेकिन निरीक्षण करने से आगे कार्रवाई नहीं की।
शिव मंदिर समिति की ओर से भी इसकी शिकायत की जा चुकी है, लेकिन खनिज विभाग कुछ नहीं कर रहा। दरअसल इस क्षेत्र में अच्छी क्वालिटी की मुरम पहाड़ों में है। इस कारण इसे सोनाघाटी शिव मंदिर की पहाड़ी के निचले हिस्से में अवैध खनन हो रहा है।
इस बारे में पूर्व में भी मीडिया को प्रभारी खनिज अधिकारी भगवत नागवंशी ने बताया कि हमें शिव मंदिर समिति की ओर से एक महीने पहले इस संबंध में शिकायत मिली थी। यहां पर तहसीलदार के साथ जाकर हमने जांच की थी। इस क्षेत्र में नजर रखी जाएगी जो भी अवैध उत्खनन हो रहा है उसे रुकवाने का प्रयास किया जाएगा। प्रभारी खनिज अधिकारी के दावे के बावजूद भी वहां खनन नहीं रूक रहा है। बताया गया कि रात में ही नहीं बल्कि दिन में भी यह खनन धड़ल्ले से होता है। यहाँ लगभग दो-तीन वर्ष पूर्व भी इसी तरह इस क्षेत्र में बड़े पैमाने पर मुरम का अवैध उत्खनन हो रहा था, तब भी खनिज विभाग ने इस अवैध उत्खनन को रोकने को लेकर तब तक प्रयास नहीं किया था। जब तक कि तात्कालीन कलेक्टर और भाजपा नेताओं ने नाराजगी जाहिर नहीं की थी। मुरम का यह अवैध खनन करने वाला चिन्हित है। इसके बावजूद खनिज विभाग उसे दबोचने को लेकर सुस्त नजर आता है।
नवल वर्मा हेडलाइन बैतूल 31 मई 2023