(बैतूल) व्यक्ति दिव्यांग तन से नहीं मन से होता है - ब्रह्माकुमारी सरिता दीदी , - ब्रह्माकुमारीज का प्रदेश स्तरीय दिव्यांग समानता, संरक्षण और सशक्तिकरण अभियान पहुंचा बैतूल - बैतूल के स्कूल आफ रिहैबिलिटेशन सेंटर फॉर द ब्लाइंड पाढर एवं जय नारायण सर्वोदय विद्यालय में कार्यक्रम
बैतूल(हेडलाइन)/नवल वर्मा । प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय द्वारा चलाया जा रहा मध्य प्रदेश दिव्यांग समानता, संरक्षण और सशक्तिकरण अभियान भोपाल से शुरू होते हुए बैतूल पहुंचा । जहां बैतूल के स्कूल आफ रिहैबिलिटेशन सेंटर फॉर द ब्लाइंड पाढर एवं जय नारायण सर्वोदय विद्यालय में कार्यक्रम किया गया। जिसमें सर्वप्रथम पुष्प गुच्छ से अभियान के सदस्यों का स्वागत किया गया। ब्रह्माकुमारी संगीता दीदी ने अभियान का लक्ष्य और उद्देश्य स्पष्ट करते हुए कहा कि हमारा उद्देश्य है दिव्यांग जनों को समाज में सम्मान दिलाना और उन्हें समानता संरक्षण और आध्यात्मिक रूप से सशक्त बनाना ताकि कोई भी शारीरिक रूप से दिव्यांग व्यक्ति किसी भी हीन भावना से ग्रसित ना हो सके और समाज में उनके साथ समानता का व्यवहार हो तथा उनका सम्मान बरकरार रहे । इसी उद्देश्य को लेकर के यह दिव्यांग समानता संरक्षण और शक्ति करण अभियान पूरे प्रदेश में निकाला जा रहा है । इससे पूर्व ब्रह्माकुमारीज द्वारा उड़ीसा एवं कर्नाटक में भी इस प्रकार का अभियान चलाया जा चुका है। ब्रह्माकुमारी सरिता दीदी ने अपनी बात रखते हुए कहा कि हमने कभी नहीं सुना कि कोई अंधे व्यक्ति का एक्सीडेंट हुआ हो जब भी एक्सीडेंट होता है तो आंखों से देखने वाले व्यक्ति का ही होता है। दिव्यांग परिवार, समाज, संगठन पर बोझ नहीं है। अरुणिमा सिन्हा का उदाहरण देते हुए कहा कि एक दिव्यांग महिला जिसने 29000 फिट से भी अधिक ऊंचाई पर जाकर माउंट एवरेस्ट की चोटी पर भारत का तिरंगा लहराया उसपर हमें गर्व है। ऐसे दिव्यांग जनों पर दीदी ने लुई ब्रेल, प्रांजल पाटिल, थॉमस अल्वा एडिसन आदि दिव्यांग जनों के उदाहरण देकर अपनी बात को सभी के बीच स्पष्ट किया। दिव्यांगों ने बहुत कुछ करके दिखाया है। असली में दिव्यांग तो वह हैं जिनकी सोच खराब है, जो दिव्यांगों से घृणा करते हैं, जो दिव्यांगों को बोझ समझते हैं। असली में व्यक्ति दिव्यांग तन से नहीं मन से होता है। हमें एकजुट होकर सभी की सोच को परिवर्तन करना है। ब्रह्माकुमार दीपेंद्र भाई जी ने सभी को अनेकानेक एक्टिविटीज एवं गेम्स के द्वारा जीवन में नैतिक मूल्यों के बारे में बताते हुए उन्हें धारण करने की शिक्षा दी । अंत में भावना बहन ने सभी को प्रतिज्ञा करा कर राजयोग मेडिटेशन का अभ्यास कराया एवं विजेता बच्चों को पुरस्कृत किया गया। अभियान के प्रति जय नारायण सर्वोदय विद्यालय समिति की डायरेक्टर श्रीमती करुणा देशमुख ने अपनी शुभकामनाएं व्यक्त करते हुए , अभियान दल के सदस्यों को धन्यवाद किया और कहा कि आपने बच्चों के बीच आकर उन्हें जो खुशी दी है वह हम कभी नहीं भुला सकते ऐसे प्रोग्राम सदा होते रहे यही आपसे आशा रखते हैं।
नवल वर्मा हेडलाइन बैतूल 23 जुलाई 2023