(बैतूल) आरोप... बैतूल के उद्योग विभाग में एक काकस का लंबे समय से है कब्जा..! , - गुड़ कलस्टर के खिलाड़ी थे वही वुडन कलस्टर में भी दिखा रहे है अपना खेल..?
बैतूल(हेडलाइन)/नवल वर्मा। कढ़ाई में वुडन कलस्टर के खेल के धीरे-धीरे पत्ते खुल रहे है! यह खेल उनके द्वारा ही रचा गया है? जो कभी गुड़ कलस्टर के खिलाड़ी हुआ करते थे? वुडन कलस्टर और गुड़ कलस्टर में जो मुख्य खिलाड़ी है वह एक ही है और इनको लेकर एक बड़ा फैक्ट यह भी सामने आ रहा है कि यदि उद्योग विभाग की विभिन्न सब्सिडी वाली स्कीमों की यदि जांच करा ली जाए तो इन खिलाडिय़ों का असली खेल उजागर हो जाएगा? पिछले डेढ़ दो दशक से यही खिलाड़ी पूरे उद्योग विभाग को अपने हिसाब से मथ और नथ रहे है! खैर वुडऩ कलस्टर के लिए जो एसपीव्ही है उसका नाम बैतूल कलस्टर एसोसिएशन है। इसका गठन 28 फरवरी 2022 को किया गया है। वहीं गुड़ कलस्टर के लिए जो कंपनी गठित की गई थी उसका नाम बैतूल जेगरी प्रायवेट लिमिटेड था, इसका गठन 19 दिसम्बर 2019 को किया गया था। अब इन दोनों एसपीव्ही में करीब-करीब तीन से चार लोग कॉमन है।
इन कॉमन लोगों का किसी भी तरह से गुड़ निर्माण या फर्नीचर निर्माण से दूर-दूर तक कोई लेना-देना नहीं है? लेकिन दोनों में बड़े खिलाड़ी यही है? संभवत: उद्योग विभाग में इस तरह की गड़बडिय़ां देखकर ही शायद बैतूल विधायक ने पिछले विधानसभा सत्र में उद्योगों और उनको दी जाने वाली सब्सिड़ी को लेकर विधानसभा प्रश्र लगाया था। जिसको लेकर उन्होंने बकायदा एक बयान भी जारी किया था, जिसका मतलब भी यही था कि उद्योग की आड़ में सब्सिड़ी का बड़ा खेल चल रहा है?
हालाकि उनके बयान में किसी का नाम सामने नहीं आया था, इसलिए कयास तो यही लगाए जा रहे है कि उन्होंने इस तरह के कलस्टर वाले खेल में शामिल खिलाडिय़ों की भूमिकाओं को लेकर ही सवाल उठाया होगा?
खैर जो भी हो लेकिन बैतूल विधायक के इस विधानसभा प्रश्र के बाद यदि विधिवत जांच होती तो वुडन कलस्टर टाईप जमीन ठिकाने लगाने वाले खेल पर कहीं न कहीं अंकुश जरूर लगता? अब यहाँ वुडन कलस्टर की सच्चाई जैसे-जैसे सामने आ रही है, उसके बाद सवाल यह उठ रहा है कि बैतूल का फर्नीचर मार्ट एसोसिएशन या टिम्बर एसोसिएशन इस वुडन कलस्टर में किस भूमिका में है? इस मामले में बैतूल के फर्नीचर व्यवसायी और टिम्बर व्यवसायियों से बात की गई तो उनका तो यह कहना है कि जो खेल हो रहा है उसकी तो किसी को कोई हवा ही नहीं है? पूरा खेल बंदरबांट वाला नजर आता है! जिसमें अब इसकी सूक्ष्मता से उच्च स्तरीय जांच हो तो ही सच्चाई आम लोगों के सामने आ सकती है।
नवल वर्मा हेडलाइन बैतूल 28 जुलाई 2023