बैतूल(हेडलाइन)/नवल वर्मा । जिले के स्वास्थ्य विभाग में तबादला, पोस्टिंग और अटैचमेंट सीएमएचओ कार्यालय का वो खेल है, जिसमें खामोशी से अर्थ लाभ का समीकरण बनता है। पहले तबादला किया जाता है फिर वापस उसी जगह अटैचमेंट किया जाता है, लोग वर्षो से एक ही जगह टिके हुए है। तबादला होने के बाद भी अटैचमेंट के सहारे जमे हुए है और यह सब आराम से हो रहा है।
 दूरदराज की पोस्टिंग से बचने के लिए अटैचमेंट का सहारा लिया जाता है और इसके बदले में अच्छा चढ़ावा चढ़ाया जाता है। वर्तमान सीएमएचओ डॉ. सुरेश बौद्ध पर भी अटैचमेंट को लेकर सवाल उठ रहे है? पूरे स्वास्थ्य विभाग में अटैचमेंट को लेकर चर्चाओं का बाजार भी गर्म है।
अब ऐसे में सवाल यह है कि कलेक्टर जब स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा करते है तो क्या इस बात की जानकारी ही नहीं लेते कि कौन-कौन कहां-कहां पर अटैच है और किस आधार पर अटैच है और कितने समय से अटैच है। जो स्वास्थ्य विभाग को अच्छे से जानते समझते है उनका कहना है कि अटैचमेंट का खेल ही काला है और भ्रष्टाचार का जरिया है। उनका कहना है कि इस खेल में सीएमएचओ अछूते नहीं है, बगैर उनकी मर्जी के तो पत्ता ही नहीं हिलता, इसलिए इसकी विस्तृत जांच होना चाहिए। 

- मिशन संचालक का आदेश अटैचमेंट खत्म करो पर सीएमएचओ मानने को तैयार नहीं...
6 अगस्त को मिशन संचालक प्रियंका दास ने   सघन मिशन इन्द्रधनुष 5.0 अभियान के तीन चरणों के लिए स्पष्ट शब्दों में कहा है कि उप स्वास्थ्य केन्द्रों में पदस्थ एएनएम के अटैचमेंट को खत्म किया जाए।

- अवैध अटैचमेंट : 01
नर्सिंग ऑफिसर पीजू वागद्रे सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र भैंसदेही से पीएससी लापाझिरी में अटैच की गई है।

- अवैध अटैचमेंट : 02
हर्षा माकोड़े एएनएम, रगडग़ांव उपस्वास्थ्य केन्द्र प्रभातपट्टन से शहरी क्षेत्र बैतूल में अटैच की गई।

- अवैध अटैचमेंट : 03
छोटी पवार एएनएम उपस्वास्थ्य केन्द्र सिल्लौट सीएचसी सेहरा से शहरी क्षेत्र बैतूल में अटैच की गई है।

- अवैध अटैचमेंट : 04
प्रकाश माकोड़े एमपीडब्ल्यू उपस्वास्थ्य केन्द्र भोगीतेड़ा से शहरी क्षेत्र बैतूल में अटैच किया गया है।
नवल वर्मा हेडलाइन बैतूल 08 अगस्त 2023