(बैतूल) कलेक्टर क्या सचमुच इतने भोले-भाले हैं कि डॉ. सुरेश बौद्ध जैसे अफसरों की कार्यप्रणाली से उनकी बेईमानी को नहीं पकड़ पाते..!
- जवाब दो साहब - पूछता है बैतूल...
बैतूल(हेडलाइन)/नवल वर्मा। डॉ. सुरेश बौद्ध का भ्रष्टाचार लोकायुक्त की धरपकड़ के पहले ही उनके क्रियाकलापों से स्पष्ट नजर आ रहा था। वे जिस तरह से खुला खेल रहे थे, उसमें साफ दिख रहा था कि साहब की नियत ही साफ नहीं है। अब बड़ा सवाल यह है कि बैतूल के कलेक्टर को आखिर समझ क्यों नहीं आता है कि उनके आसपास बैठने वाले अफसरों के कर्मकांड और नियत कैसी है। एक आईआईटीयन व्यक्ति इतना भोला-भाला कैसा हो सकता है कि डॉ. बौद्ध जैसे भ्रष्ट अफसरों को पहचान नहीं पाता? वर्तमान कलेक्टर के हाथ के नीचे से अच्छा लंबा खेल दिखाकर कई अधिकारी बैतूल से बिना किसी तनाव के तबादला होकर गए है। जैसे जिला आबकारी अधिकारी खटीक, आरटीओ अधिकारी रंजना भदौरिया, जल संसाधन विभाग के अशोक डहेरिया, बैतूल एसडीएम रहे केसी परते और रीता डहेरिया सहित कुछ सीएमओ भी इस फेहरिस्त में शामिल है। अब सवाल यह है कि भ्रष्टाचार की गंगोत्री में किस-किस ने डूबकी लगाई यह बात बैतूल के बच्चे-बच्चे को पता लग जाती है तो फिर बैतूल के कलेक्टर को क्यों पता नहीं लगती? क्या जो लोग कलेक्टर के पास दो-दो घंटे बैठने का दावा करते है और अपना कमाल दिखाते है क्या वे कलेक्टर को नहीं बताते कि कौन कैसे-कैसे और क्या-क्या कलाकारी दिखा रहा है। यदि कलेक्टर नहीं पहचान पाते और नहीं जान पाते है तो यह उनकी दक्षता पर सवाल है!
- इन पर तो प्रश्र चिन्ह है साहब..!
सहायक आयुक्त शिल्पा जैन
आदिम जाति कल्याण विभाग में पदस्थ सहायक आयुक्त शिल्पा जैन पर भी गंभीर प्रश्र चिन्ह है? ट्रांसफर पोस्टिंग के मामले में उनके विभाग में जो कुछ हुआ है, वह भी जांच का विषय है!
- टीएनसीपी का पाराशर...
टीएनसीपी में पदस्थ लिपिक पाराशर का कामकाज और भूमिका और उसकी संपत्ति क्या जांच का विषय नहीं है। वर्षो से यह बाबू वैध - अवैध कालोनियों को लेकर सारे गणित हल करता है, आखिर क्यों?
- खनिज वाला नागवंशी...
ज्ञानेश्वर तिवारी के सस्पेंड होने के बाद प्रभारी खनिज अधिकारी बने बैठे भगवत नागवंशी पर तमाम तरह के आरोप है! तमाम अवैध खनन के मामलों में नागवंशी की भूमिका पर सवाल उठते है?
- पीएचई के कार्यपालन यंत्री...
वर्तमान में जो नल-जल योजना का कार्य चल रहा है उसमें भ्रष्टाचार का आलम यह है कि सांसद को दिशा की बैठक में कहना पड़ रहा है कि पानी में तो कम से कम भ्रष्टाचार मत करो?
नवल वर्मा हेडलाइन बैतूल 12 अगस्त 2023