(बैतूल) पुनर्मूल्यांकन को लेकर छात्रों ने दिया ज्ञापन , जेएच कॉलेज में बीएससी थर्ड ईयर में 70 फीसदी छात्र फेल
बैतूल(हेडलाइन)/नवल वर्मा। बैतूल जिले के सब कॉलेज जबसे छिंदवाड़ा यूनिवर्सिटी से जुड़े है, तबसे रिजल्ट और अन्य मामलों को लेकर हर वर्ष कोई न कोई विवाद सामने आ ही रहा है। इस छिंदवाड़ा विश्वविद्यालय की कार्यप्रणाली को लेकर छात्रों में खासा आक्रोश है। कांग्रेस के सरकार के समय बने इस विश्वविद्यालय से बैतूल को जोड़े जाने को लेकर शुरू से विवाद और विरोध रहा है।
जो अभी भी बरकरार है। हालांकि बैतूल जिले के कॉलेजों को फिर से बरकतउल्ला विश्वविद्यालय से संबद्ध कर दिया गया है, लेकिन फिर से नए सिरे से हो रहा है, लेकिन जो पहले से छिंदवाड़ा विश्वविद्यालय से परीक्षा दे रहे है वे हैरान परेशान है। इसका एक नमूना हाल ही में सामने आया, जब जेएच कॉलेज में बीएसस थर्ड ईयर के 70 प्रतिशत छात्र फेल हो गए है। बुधवार को छात्रों ने एक रैली निकालते हुए नारेबाजी करते हुए जिला प्रशासन को एक ज्ञापन दिया। जिसमें पुर्न मूल्यांकन की मांग की गई है। छिंदवाड़ा की शंकरशाह यूनिवर्सिटी से संबद्ध बैतूल के कॉलेजों में पढऩे वाले परीक्षार्थियों का रिजल्ट बिगडऩे से नाराजगी है। छात्रों ने आज इसे लेकर अपना आक्रोश जताते हुए कलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन किया।
आरोप है कि यूनिवर्सिटी से बनाया गया रिजल्ट संदेहास्पद है। जिसमें अधिकांश परीक्षार्थियों को फेल या फिर सप्लीमेंट्री दे दी गई है। नाराज छात्र आज कलेक्ट्रेट पहुंचे और उन्होंने यहां मौजूद डिप्टी कलेक्टर को विश्वविद्यालय के कुलपति के नाम ज्ञापन सौंपा। जिसमें उन्होंने तृतीय वर्ष के परीक्षा परिणाम का पुन: मुल्यांकन कर घोषित करने की मांग की है।
इसमें सत्र 2022-23 के तृतीय वर्ष के विद्यार्थियों का परीक्षा परिणाम शामिल है। छात्रों के मुताबिक रिजल्ट संदेहास्पद है। छात्रा पल्लवी वर्मा ने बताया कि बीएससी मैथ्स और बायों के छात्रों के रिजल्ट खराब हुए है। इस परीक्षा में करीब 400 छात्रों ने परीक्षा दी थी। जिसमें महज 66 ही पास हुए है। इनमें भी ऐसे छात्रों को फेल और सप्लीमेंट्री दे दी गई, जो पढऩे में होशियार और अच्छा रिजल्ट लाते है। जबकि ऐसे छात्र पास हो गए है जो औसत दर्जे का रिजल्ट लाते है। इसीलिए छात्रों ने रिजल्ट को संदेहपूर्ण बताते हुए इसके पुनर्मूल्यांकन करने की मांग की है।
नवल वर्मा हेडलाइन बैतूल 17 अगस्त 2023