(बैतूल) मुलताई से चंद्रशेखर देशमुख , भैंसदेही से महेंद्र सिंह को दी भाजपा ने टिकट , - पहली सूची में दोनो के नाम फाइनल
बैतूल(हेडलाइन)/नवल वर्मा । भारतीय जनता पार्टी ने आगामी विधानसभा चुनाव के लिए मध्यप्रदेश में 39 उम्मीदवारों के नाम की पहली सूची जारी कर दी है। जिसमें बैतूल के मुलताई और भैंसदेही विधानसभा क्षेत्र से प्रत्याशियों के नाम तय कर दिए गए है । यहां मुलताई से चंद्रशेखर देशमुख और भैंसदेही से महेंद्र सिंह चौहान के नामों को सबसे पहले हरी झंडी दे दी गई है। दोनो को विधानसभा चुनाव के लिए उम्मीदवार बना दिया गया है। यह दोनो इसके पहले दो दो बार विधायक भी रह चुके है।
भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव अरुण सिंह द्वारा आज जारी की गई मध्य प्रदेश के 39 उम्मीदवारों की सूची में मुलताई से चंद्रशेखर देशमुख को शामिल किया गया है । चंद्रशेखर देशमुख मुलताई से अपनी राजनीति की शुरुआत करने वाले चंद्रशेखर देशमुख ने पहली बार मासोद विधानसभा क्षेत्र से 11 वीं विधानसभा में कदम रखा था। उन्होंने उस समय मंत्री रहे रामजी महाजन को हराया था। उसके बाद हुए 2013 के चुनाव में चंद्रशेखर देशमुख ने सुखदेव पांसे को 31860 वोटों से शिकस्त दी थी। दो बार वे मुलताई और मासोद विधानसभा सामान्य सीट से विधायक चुने गए । 2018 में पार्टी ने उनका टिकट काटकर पवार उम्मीदवार राजा पवार को प्रत्याशी बनाया था। लेकिन राजा चुनाव हार गए थे।
9 फरवरी 1956 को जन्मे चंद्रशेखर देशमुख पार्टी के कई पदों पर रहे हैं। उन्होंने अपनी राजनीति की शुरुआत 1983 में तिलहन उत्पादक सहकारी समिति परसोडी से की थी । उसके बाद वह 1988 में हिरड़ी के सरपंच चुने गए। पार्टी ने उन्हें 1994 में मंडल महामंत्री बनाया था। उसके 2 साल बाद वे मंडल अध्यक्ष के पद पर आसीन हुए। यही नहीं जिला पंचायत में भी उन्होंने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई और 2005 में वे जिला पंचायत के उपाध्यक्ष भी बने ।
- दो बार विधायक रहे हैं महेंद्र...
भैंसदेही विधानसभा क्षेत्र से दो बार विधायक रहे महेंद्र सिंह चौहान पर भाजपा ने एक बार फिर विश्वास जताया है। उन्हे पार्टी ने पांचवी बार उम्मीदवार घोषित कर दिया है। इस आदिवासी सीट से महेंद्र सिंह पहले भी दो बार विधायक चुने जा चुके है। आदर्श धनोरा निवासी महेंद्र पूर्व विधायक केशरसिंह चौहान के पुत्र है। इसके पहले महेंद्र 2003 और 2013 में विधायक चुने गए थे। 2003 में उन्होंने कांग्रेस के रामा ककोड़िया को शिकस्त दी थी। जबकि 2013 में उन्होंने मौजूदा विधायक धरमूसिंह को हराया था। पार्टी ने उन्हे 2018 में भी उम्मीदवार बनाया था। लेकिन वे धरमूसिंह से 13 हजार वोटो से चुनाव हार गए थे। 2008 में भी उन्हे 6 हजार वोटो से शिकस्त मिली थी। माना जा रहा था की इस बार पार्टी यहां से सेल्टेक्स अधिकारी हेमराज बारस्कर को उम्मीदवार बनाएगी। लेकिन ऐसा हो नहीं सका। वहीं यहां से राहुल चाहौन भी दावेदारी कर रहे थे ।
नवल वर्मा हेडलाइन बैतूल 17 अगस्त 2023