बैतूल(हेडलाइन)/नवल वर्मा। बैतूल-खेड़ी मार्ग पर लेंडी नदी के समीप एक और अवैध कालोनी जन्म ले चुकी है और इसकी जानकारी होने के बाद भी क्षेत्र के पटवारी और डायवर्सन आरआई द्वारा कोई प्रतिवेदन या कार्रवाई नहीं की जा रही है। शहर से लगे मुख्य मार्ग पर बन रही यह कालोनी पहली दृष्टि में ही अवैध नजर आ रही है। कालोनी में बाउंड्रीवाल ओैर गेट के अलावा सुविधा के नाम पर कुछ भी नहीं है। कायदे से कालोनी में रेरा की अनुमति भी होना चाहिए, लेकिन वह भी नदारद है। ऐसी स्थिति में यह कालोनी अवैध कहलाएगी। कालोनाईजर द्वारा वहां पर 21 हजार रूपए से बुकिंग भी प्रारंभ कर दी है, इसके बावजूद राजस्व विभाग कोई कार्रवाई नहीं कर रहा है। डायवर्सन आरआई राहुल इवने की जानकारी में होने के बावजूद भी उनके द्वारा लगातार अनदेखी की जा रही है। पूरे मामले में खास बात यह है कि ब्रोसर में जिस तरह की सुविधाओं का उल्लेख किया जा रहा है। वह वर्तमान में उपलब्ध ही नहीं है।


 सबसे बड़ी बात यह है कि यह कालोनी जिस नदी या नाले के किनारे बनाई जा रही है, वहां पर हाईफ्लड लेबल से 30 मीटर छोडक़र निर्माण किए जाने के नियम की भी खुली अनदेखी हो रही है। यहां पर अंडर ग्राउंड सीवर लाईन की बात की जा रही है, लेकिन हकीकत यह है कि वहां पर एसटीपी का कुछ फार्मूला ही नहीं है। इससे साफ नजर आ रहा है कि कालोनी में जो मल मूत्र और गंदा पानी है वह बगल की नदी में ही विसर्जित किए जाने की तैयारी है। कालोनी में गेट बनाने के अलावा बाकी कुछ नजर नहीं आ रही है। पार्क के लिए क्या जमीन छोड़ी है क्या नहीं यह भी स्पष्ट नहीं है। बताया जा रहा है कि जो टीएनसीपी से जिन शर्तो के आधार पर अनुमति हुई है, उसका भी वहां परिपालन नहीं हो रहा है। टीएनसीपी की अनुमति गैर वाजिब है। इस तरह का फर्जीवाड़ा होने के बाावजूद भी कोई कार्रवाई नहीं हो रही है। बैतूल एसडीएम का कहना है कि वे मामले को आज ही दिखवाएंगे और जो भी उचित होगा कार्रवाई की जाएगी।
नवल वर्मा हेडलाइन बैतूल 06 सितंबर 2023