(बैतूल) कृषि उपज मंडी में नगद भुगतान सिस्टम नहीं होने का खामियाजा , - बैतूल मंडी में हुई किसानों से ठगी में आखिर क्यों मौन है जनप्रतिनिधि
बैतूल (हेडलाइन)/नवल वर्मा । कृषि उपज मंडी बैतूल में अनाज खरीदने वाले व्यापारी फर्म श्री हरी ट्रेडर्स द्वारा की गई 21 किसानों के साथ धोखाधड़ी के मामले में एफआईआर तो दर्ज हो गई है, लेकिन आरोपी फरार है और किसानों को उनका पैसा नहीं मिल रहा है। किसानों का कहना है कि बैतूल कृषि उपज मंडी में हुई इस ठगी के मामले में सांसद, विधायक जैसे जनप्रतिनिधि कुछ बोल ही नहीं रहे है। उनका कहना है कि मंडी में जो भुगतान का सिस्टम है, उसमें नगदी भुगतान का कोई गणित है ही नहीं और इसलिए मंडी में इस तरह की ठगी की घटनाओं का आगे भी खतरा है। उन्होंने बताया कि वे इस मामले में पुलिस अधीक्षक से लेकर कलेक्टर तक को पहले भी आवेदन दे चुके है, लेकिन आरोपी गिरफ्तार नहीं हो रहा है। हरी ट्रेडर्स नामक व्यापारी से 10 से 25 जुलाई के दौरान अनुबंध कर किसानों से गेहूं की खरीदी की थी। राजेन्द्र सेलगांव, दशरथ बैतूल, महेश ताईखेड़ा, राकेश रतनपुर, मनोहर देवठान, मधु खंडारा, धनराज खेड़ी, आयुष गेहूंबारसा, दिनेश लालावाड़ी, कैलाश आठनेर, माया बंजारीढाल, रामदास नयेगांव, विकास भरकावाड़ी, शिवकुमार नीमपानी, रामचरण फूलचंद, अरविंद कुशवाह, महेन्द्र सूर्यवंशी से कुल 23 लाख 91 लाख का अनाज खरीदा था और बिना भुगतान किए गायब हो गया। उनका कहना है कि मंडी में खरीदी करने वाले अनाज व्यापारी और उनका संगठन भी इस मामले में उनकी मदद नहीं कर रहा है उनका कहना है कि मंडी में किसानों की नहीं व्यापारियों के सिंडीकेट का बोलबाला है। इसलिए नगद भुगतान का सिस्टम नहीं है और उसमें इस तरह के ठगी के चांस रहते ही है।
नवल वर्मा हेडलाइन बैतूल 13 सितंबर 2023