(बैतूल) इस दिन घर - घर विराजेंगे गौरी पुत्र श्री गणेश जी , - जानिये गणेश चतुर्थी पूजा की विधि, विसर्जन तिथि और शुभमुहूर्त
बैतूल (हेडलाइन)/नवल वर्मा। हर साल भाद्रपद माह के चतुर्थी तिथि को गणेश चतुर्थीमनाई जाती है।
दस दिन चलने वाले इस गणेशोत्सव में भक्त समृद्धि और ज्ञान के देवता गणेश जी की अराधना करते हैं।
श्री गणेश जी स्थापना का शुभ दिन और समय...
हमारे पंडित एवं ज्योतिष आचार्य श्री हेमंत (सोनू) पात्रीकर जी की मानें तो भाद्रपद मास की शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि 18 सितंबर को हरतालिका तीज और 19 सितंबर को चतुर्थी तिथि को गणपति जी की स्थापना होगी और 20 सितंबर को ऋषि पन्चमी मनाई जाएगी ।
क्यूंकि इस साल सितंबर की 19 तारीख को गणेश चतुर्थी है। इस दिन घर घर में गणपति विराजेंगे और दस दिन तक धूमधाम से उनकी पूजा होगी। ऐसी मान्यता है की इस दिन बप्पा की शुभ मुहूर्त में मूर्ति स्थापित और पूजा करने से जीवन के दुःख दूर हो सकते हैं। इस दौरान भक्त अपने प्रिय देव को उनके प्रिय चीजों मोदक से लेकर लड्डू तक का भोग लगाएंगे।
- गणेश चतुर्थी शुभ मुहूर्त...
हिंदू पंचांग के अनुसार 18 सितंबर 2023 के दिन गणेश चतुर्थी की शुरुआत दोपहर के समय 2 बजकर 09 मिनट पर होगी, जो 19 सितंबर के दिन दोपहर के 3 बजकर 13 मिनट तक रहने वाली है।
- गणेश मूर्ति स्थापना मुहूर्त...
हिंदू पंचांग के अनुसार 19 सितंबर 2023 के दिन सुबह 11 बजकर 8 मिनट से दोपहर 1 बजकर 33 मिनट तक गणेश जी की मूर्ति स्थापित करने का शुभ मुहूर्त रहेगा। वहीं ठीक 10 दिनों के बाद विसर्जन किया जाएगा।
- श्री गणेश जी पूजा-विधि...
पूरे धूम-धाम से भगवान गणेश को अपने घर लाएं। मूर्ति की स्थापना करने के बाद प्रभु का जलाभिषेक करें। इसके बाद भगवान को वस्त्र और आभूषणों से सजाएं। गणपति बप्पा को पीले या लाल रंग के चंदन का तिलक लगाएं। प्रभु पर पीले रंग के फूल, अक्षत, कलवा और दूर्वाघास चढ़ाएं। अब धूप और घी के दीपक से भगवान गणेश जी की आरती करें। प्रभु को पांच फल और लड्डुओं का भोग लगाएं। गणेश चालीसा का पाठ करना शुभ रहेगा। इसके बाद क्षमा प्रार्थना करना ना भूलें।
नवल वर्मा हेडलाइन बैतूल 17 सितंबर 2023