बैतूल(हेडलाइन)/नवल वर्मा। विनोबा नगर में गंगा बाई की जमीन की रजिस्ट्री मुख्यतार नामे पर रूपेश आहूजा द्वारा किए जाने के मामले में पटवारी संजय मोरे का कहना है कि नामांतरण कहां से हो जाएगा जब मौके पर खसरे में जमीन ही नहीं है। कुल 4 आरे जमीन बची है। इस तरह से पटवारी का यह कथन बताता है कि वहां पर बड़ा फर्जीवाड़ा हुआ है। 
इस फर्जीवाड़े की जानकारी राजस्व के मैदानी अमले से लेकर जिम्मेदार अधिकारियों को हमेशा रही है, लेकिन किसी ने भी इस फर्जीवाड़े की न तो विधिवत जांच कराई है और न ही फर्जीवाड़ा करने वालों के खिलाफ ठोस एक्शन लिया है। जिस तरह का यह फर्जीवाड़ा नजर आ रहा है कि उसको देखकर जानकारों का कहना है कि इस मामले में राजस्व विभाग को ही सामने आकर एफआईआर करवाना चाहिए थी। वहीं दूसरी ओर पटवारी संतोष मोरे का कहना है कि यदि कोई आवेदन देगा तो यह विधिवत जांच करके तहसीलदार को प्रतिवेदन प्रस्तुत कर देंगे। 
इस तरह की स्थितियों से एक बात बिल्कुल स्पष्ट नजर आ रही है कि भग्गूढाने में विनोबा नगर की इस जमीन में प्लॉट खरीदने वालों के साथ खुली धोखाधड़ी हुई है। धोखाधड़ी करने वाले भी यह जानते है कि खसरे में जितनी जमीन नहीं है उससे ज्यादा बेची जा चुकी थी। इसके बावजूद उन्होंने लोगों को प्लॉट काटकर बेचे और रजिस्ट्री कर दी। अब ऐसी स्थिति में जब यह रजिस्ट्रीयां हुई थी, उस समय के रजिस्ट्रार की भूमिका की भी जांच होनी चाहिए। 

- माया राठौर का भी आरोप कि उनके प्लॉट की नहीं हो रही रजिस्ट्री, पटवारी ने कहा कि जमीन ही नहीं...
विनोबा नगर में गंगा बाई के मुख्तयार रूपेश आहूजा ने माया राठौर को भी प्लॉट की रजिस्ट्री की थी। इस रजिस्ट्री के बाद उनके प्लॉट का भी नामांतरण नहीं हो रहा है। उनको भी पटवारी ने कहा कि मौके पर जमीन ही नहीं है, कहां से नामांतरण कर दें। इस तरह की स्थिति पर उनका का कहना है कि उनके साथ भी खुला धोखा ही हुआ है।
नवल वर्मा हेडलाइन बैतूल 20 सितंबर 2023