(बैतूल) पड़ताल 05... - विनोबा नगर में रूप्पू और कालू ने खेला धोखे का खुला खेल , - पटवारी ने नामांतरण इसलिए नहीं किया कि इनका खेल चलता रहे

बैतूल(हेडलाइन)/नवल वर्मा। नगर में भग्गूढाना क्षेत्र के विनोबा नगर में जो जमीन का फर्जीवाड़ा हुआ है, वह जगजाहिर है और इस फर्जीवाड़े में गंगा बाई के मुख्तयार रूपेश आहूजा और उसका भाई मनोज आहूजा के अलावा वहां के पटवारी और रजिस्ट्री करने वाले सर्विस प्रोवाईडर से लेकर उप पंजीयक तक जिम्मेदार है। अब जो भी जांच हो उसमें जरूरी है कि गंगा बाई के खसरे वाली जमीन की नपाई की जाए और वहां पर जितनी भी रजिस्ट्री की गई है, उसका हिसाब-किताब किया जाए।
यहाँ लोगों के साथ धोखाधड़ी करने के लिए नामांतरण नहीं किया गया और जमीन के प्लॉट बनाकर बेचे गए। यदि पटवारी हर रजिस्ट्री के साथ नामांतरण करवाता तो यह संभव ही नहीं था कि 190 आरे जमीन में 235 आरे जमीन प्लॉट बनाकर बेच दी जाती है। लोगों का कहना है कि यह खुली धोखाधड़ी है, इसमें प्लॉट की रजिस्ट्री करने वाले सहित तात्कालीन पटवारी और रजिस्ट्रार पर भी प्राथमिकी दर्ज होना चाहिए।
क्योंकि पूरे मामले में इनकी भी भूमिका कहीं ना कहीं संदिग्ध नजर आती है। चूंकि गंगा बाई की 190 आरे जमीन के प्लॉट बनाकर बेचने के बाद टोटल 235 आरे जमीन जब बिक चुकी है तो सवाल यह है कि गंगा बाई का जो उसी जमीन पर मकान बना है, क्या वह भी रिकार्ड में है या नहीं यह भी गहन जांच का विषय है। क्योंकि यहां पर जो नामांतरण हुए है उसके आधार पर तो जमीन ही नहीं बच रही है और कुल मिलाकर 190 आरे में 235 आरे बेचने के बाद गंगा बाई के मकान के लिए गुंजाईश भी नहीं बचती है। यह अपने आप में खुला और स्पष्ट फर्जीवाड़ा है।
जिन्होंने फर्जीवाड़ा किया उन्हें भी यह बात अच्छे से पता है कि उक्त खसरे में जो कुछ हुआ है वह एफआईआर के लिए पर्याप्त है, लेकिन वे निश्चिन्त है क्योंकि उन्हें लगता है कि जैसे वर्षो से यह मामला ढका हुआ है, उसी तरह आगे भी इस मामले में कुछ नहीं होगा। क्योंकि प्रशासनिक सिस्टम भी इस मामले में हाथ डालने और जांच कराने से बच रहा है। कायदे से निर्मला सराटकर के आवेदन में संबंधित के विरुद्ध एफआईआर दर्ज होना चाहिए और इसके बाद मौके पर रिकार्ड के अनुसार नापजोख किया जाना चाहिए। बताया जा रहा है कि रूप्पू और कालू ने इस मामले से ध्यान भटकाने के लिए उसी क्षेत्र के दूसरे मामलों को उछलवाना शुरू कर दिया है? जिससे कि लोगों का ध्यान भटके..!
नवल वर्मा हेडलाइन बैतूल 22 सितंबर 2023