बैतूल (हेडलाइन(/नवल वर्मा। बैतूल जिले के नगरीय निकायों में मुख्यमंत्री स्वनिधि योजना में 10 हजार तक के लोन वाले मामलों में सबसे बेहतर प्रदर्शन मुलताई नगर परिषद का है। यहां पर 103 फीसदी प्रकरणों में लोन दिया गया है। वहीं आठनेर और चिचोली में भ्ीा 80 फीसदी से अधिक मामलों में स्ट्रीट वेंडर को लोन उपलब्ध कराया है। जबकि सारनी, बैतूल जैसी बड़ी नगरपालिका इस मामले में बेहतर प्रदर्शन नहीं कर पाई है। यह टारगेट का 40 फीसदी भी हासिल नहंी कर पाई है। अब ऐसा क्यों है इसके अलग-अलग कारण बताए जाते है। ओव्हर ऑल पूरे जिले में 49.52 प्रतिशत प्रकरणों में ही स्ट्रीट वेंडर को टारगेट के मुकाबले लोन दिया जा सका है। बताया जा रहा है कि बड़ी नगरपालिकाओं बैंक में प्रकरण भेजन में ही लापरवाही नजर आती है।
क्या है पीएम स्वनिधि योजना जिसमें बिना गारंटी के मिलता है स्ट्रीट वेंडर का लोन
आवासन और शहरी कार्य मंत्रालय ने 01 जून, 2020 को प्रधानमंत्री स्ट्रीट वेंडर्स आत्मनिर्भर निधि (पीएम स्वनिधि) योजना शुरू की। इस योजना का उद्देश्य स्ट्रीट वेंडरों को कोविड-19 महामारी में बुरी तरह प्रभावित हो चुके उनके व्यवसायों को फिर से शुरू करने के लिए बिना किसी गारंटी के कार्यशील पूंजी ऋण की सुविधा प्रदान करना है। इस योजना के निम्नलिखित उद्देश्य हैं।  एक वर्ष की अवधि के लिए बिना किसी गारंटी के 10,000 रुपये तक की कार्यशील पूंजी ऋण की सुविधा प्रदान करना। समय पर इस ऋण का पुनर्भुगतान करने पर 20,000 रुपये ऋण की दूसरी और 50,000 रुपए ऋण की किश्त की सुविधा प्रदान करना।  प्रति वर्ष 7 प्रतिशत की दर से ब्याज सब्सिडी के माध्यम से नियमित पुनर्भुगतान को प्रोत्साहित करना और प्रति वर्ष 1,200 रुपये तक कैशबैक के माध्यम से डिजिटल लेन-देन को प्रोत्साहित करना। पीएम स्वनिधि योजना के तहत, शुरुआत में 10,000 रुपये तक का कार्यशील पूंजी ऋण प्रदान करने की शुरुआत की गई थी। बाद में अधिक ऋण की आवश्यकता को ध्यान में रखते हुए, 20,000 रुपये तक का दूसरा ऋण दिनांक 09 अप्रैल 2021 से और 50,000 रुपये तक का तीसरा ऋण 1 जून 2022 से दिया जा रहा है।
नवल वर्मा हेडलाइन बैतूल 01 अक्टूबर 2023