बैतूल(हेडलाइन)/नवल वर्मा। मनरेगा के निर्माण कार्यो में अलग-अलग तरह का भ्रष्टाचार सामने आता है और इस भ्रष्टाचार की वजह से जो निर्माण कार्य होते है वह तबाह हो जाते है। ऐसा ही एक मामला प्रभातपट्टन जनपद की सांईखेड़ाखुर्द पंचायत में सामने आ रहा है। यहां पर मनरेगा के कामों में हर तरीके से भ्रष्टाचार हुआ है। जो कि जांच का विषय है। 
ग्रामीणों का आरोप है कि यदि पंचायत में हुए निर्माण कार्यो की जांच करा ली जाए तो भ्रष्टाचार की पोल खुल जाएगी। ग्रामीणों ने ही बताया कि हाल ही में जो बारिश हुई उसमें मनरेगा में बना एक परकुलेशन भरभराकर बह गया। इस परकुलेशन टैंक बनाने में जेसीबी का भरपूर इस्तेमाल किया गया था, जबकि मनरेगा में बनने वाले इस टैंक में जेसीबी का उपयोग नहीं होना चाहिए था। रातों रात जेसीबी चलाकर टैंक बनाने के चक्कर में इतना घटिया स्तर का निर्माण हुआ कि जरा सी तेज बारिश आने पर यह परकुलेशन टैंक बर्बाद हो गया। ग्रामीणों ने बताया कि कचरू वाघमारे के खेत के पास अभी बारिश के पहले ही यह परकुलेशन टैंक बनाया गया था। यह परकुलेशन टैंक 9 लाख 82 हजार की लागत से बनाया गया है। जो ग्रामीणों का आरोप है उसके अनुसार सरपंच सुरेन्द्र वागद्रे और उपयंत्री नितेश मानकर ने जेसीबी से इस टैंक का निर्माण करवाया था। 
इस टैंक का निर्माण करवाने का मकसद यह था कि क्षेत्र में भूमिगत जल स्त्रोत बढ़े, लेकिन भ्रष्टाचार की वजह से यह टैंक पहली बारिश में ही बर्बाद हो गया है। 
इसको लेकर ग्रामीणों ने शिकायत भी की, लेकिन जनपद सीईओ पट्टन द्वारा कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है। मामले को लेकर सरपंच सुरेन्द्र वागद्रे का कहना है कि टैंक अधिक बारिश की वजह से बह गया है। बारिश के बाद उसे सुधार दिया जाएगा। वहीं ग्रामीणों का कहना है कि आसपास की अन्य पंचायतों में भी टैंक बने है, लेकिन वह बारिश के कारण नहीं बहे, केवल यही टैंक बहा है?
नवल वर्मा हेडलाइन बैतूल 29 सितंबर 2023