बैतूल(हेडलाइन)/नवल वर्मा। शिक्षा विभाग में उच्च पद प्रभार दिया जा रहा है। इसमें विसंगतियों को लेकर बवाल मचा हुआ है। शिक्षकों में नाराजगी देखी जा रही है और इसका बड़ा कारण यह है कि शिक्षा विभाग द्वारा बिना पूर्व तैयारी के आनन-फानन में उच्चपद प्रभार की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। इसमें हो यह रहा है कि शिक्षा विभाग के पोर्टल पर जितने पद दिखाई दे रहे है। उतने पद ऑफलाईन सूची में उपलब्ध ही नहीं है। 
अब ऐसी स्थिति में जो शिक्षक काउंसलिंग के लिए आ रहे है वे बार-बार यही तर्क कर रहे है कि पोर्टल पर ऑनलाईन पद दिखाई तो दे रहे है फिर उच्च पद प्रभार कम पदों पर क्यों दिया जा रहा है? जबकि विभाग को चाहिए था कि पहले पदों की स्थिति का सही आंकलन करता फिर उच्च पद प्रभार देता, लेकिन ऐसा न कर शिक्षकों को उच्च पद प्रभार काउंसलिंग में बुलाया जा रहा है, जिससे विवाद की स्थिति निर्मित हो रही है। 
बताया गया कि पोर्टल पर जो ऑनलाईन पदों की सूची है वह ट्रांसफर्म पोस्टिंग के समय उपयोग की गई सूची है और जो उच्च पद का प्रभार दिया जा रहा है वह ऑफलाईन सूची से दिया जा रहा है और इससे तमाम विवाद खड़ा हो रहा है। बताया जा रहा है कि इसमें सीधी भर्ती वाले और खाली पद दोनों स्थिति में उच्च पद प्रभार दिया जा रहा है, लेकिन जो जानकार है उनका कहना है कि 1998 की स्थिति के आधार पर पदों का आंकलन कर उच्च पद प्रभार दिया जाता तो यह स्थिति निर्मित नहीं होती, लेकिन 2018 में जो नवीन संवर्ग बना उसके पदों के आधार पर यह उच्च पद प्रभार की काउंसलिंग की जा रही है और इसलिए यह तमाम स्थितियां सामने आ रही है। इसे मामले में जिला शिक्षा अधिकारी भी स्पष्ट जानकारी नहीं दे रहे है, इसकी वजह से भी असंतोष बढ़ रहा है और लोगों को शंका है कि इसमें भ्रष्टाचार होगा।

- काउंसलिंग में इस तरह की स्थितियां आ रही है सामने...
1- सहायक शिक्षक से उच्च श्रेणी के लिए उच्च पद प्रभार के लिए बैतूल ब्लॉक में सामाजिक अध्ययन में 29 पद ऑनलाईन में रिक्त दिख रहे है, लेकिन ऑफलाईन में ऐसा नहीं है। 
2 - जैसे बैतूल ब्लॉक में उच्च श्रेणी शिक्षक के लिए अंग्रेजी में 110 पद ऑनलाईन में नजर आ रहे है, लेकिन ऑफलाईन में बमुश्किल एक दर्जन पद ही है।
3 - नाहिया संकुल में अंग्रेजी के 5 पद ऑनलाईन दिख रहे है, लेकिन उच्च पद प्रभार केवल एक पद पर हो रहा है।
4 - शिक्षकों का कहना है कि खुले पद क्यों नहीं दिखाई दे रहे है, दूसरा उनका कहना है कि असहमति का प्रमाण पत्र क्यों लिया जा रहा है?
नवल वर्मा हेडलाइन बैतूल 04 अक्टूबर 2023